मेलबर्न: दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने सातवीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का पुरुष एकल खिताब अपने नाम कर लिया। वो सातवीं बार फाइनल में पहुंचे थे और सातवीं बार उन्होंने खिताबी जीत हासिल की इस तरह ऑस्ट्रेलिन ओपन फाइनल में अपनी सौ प्रतिशत जीत के रिकॉर्ड को बरकरार रखा है। 2 घंटे 4 मिनट तक चले फाइनल मुकाबले में स्पेनिश खिलाड़ी राफेल नडाल को उन्होंने सीधे सेट में 6-3, 6-2, 6-3 से मात दी। यह जोकोविच का 15वां ग्रैंड स्लैम खिताब है। सर्बियाई खिलाड़ी जोकोविच इससे पहले साल 2008, 2011, 2012, 2013, 2015, 2016 में खिताब अपने नाम कर चुके हैं। इस खिताबी जीत के साथ 31वर्षीय जोकोविच ऑस्ट्रेलियाई ओपन पुरूष एकल खिताब के मामले में रोजर फेडरर और रॉय एमर्सन से आगे निकल गये जिन्होंने यहां छह-छह ट्रॉफियां जीती हैं।

जोकोविच ने मैच में शानदार शुरुआत करते हुए अपनी पकड़ बना ली। अपनी सर्विस में जोकोविच ने केवल एक अंक गंवाया और पहला सेट 6-3 से अपने नाम कर लिया। इसके बाद दूसरे सेट में भी उन्होंने अपना दबदबा बनाए रखा और दूसरा सेट भी 6-2 से जीत कर नडाल पर दबाव बना दिया। हालांकि तीसरे सेट में उनपर दबाव बना दिया। दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी नडाल यहां से वापसी नहीं कर सके और तीसरे सेट के साथ खिताब भी गंवा दिया।

इससे पहले नडाल चार बार फाइनल में पहुंचे थे जिसमें केवल एक बार खिताब अपने नाम कर सके थे। साल 2012 में नडाल और जोकोविच के बीच फाइनल में खिताब के लिए तकरीबन साढे़ पांच घंटे लंबी भिड़ंत हुई थी जिसमें बाजी जोकोविच के हाथ लगी थी। उस मुकाबले की तुलना में ये मैच एक तरफा रहा और जोकोविच ने आसानी से जीत हासिल कर ली।

पूरे टूर्नामेंट में फाइनल तक के सफर में एक भी सेट नहीं गंवाने वाले नडाल रविवार को अपने रंग में नहीं नजर आए। इस जीत से नडाल के खिलाफ जोकोविच की जीत का रिकार्ड 28-25 और दोनों के बीच ग्रैंडस्लैम फाइनल का रिकार्ड 4-4 से बराबर हो गया। जोकोविच ने इस तरह ग्रैंडस्लैम ट्रॉफियों की हैट्रिक भी पूरी की, इससे पहले उन्होंने पिछले साल विम्बलडन और अमेरिकी ओपन खिताब भी हासिल किये थे। अब वह मई में पेरिस में फ्रेंच ओपन में ओपन युग में सभी चार मेजर खिताब दो बार जीतने वाला खिलाड़ी बनने की कोशिश करेंगे।