देश के संसाधनों पर सबका बराबर हक
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का राष्ट्र के नाम संबोधन
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति डॉ. रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया.इस दौरान उन्होंने देशवासियों से आगामी चुनावों में मताधिकार की अपील की. उन्होंने कहा कि हम सबको अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए. लोकतांत्रिक मान्यताओं और मूल्यों को ध्यान में रखते हुए हमें जरूर वोट डालना चाहिए. राष्ट्रपति डॉ. रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के उच्च आदर्शों पर चलते हुए हमने आजादी प्राप्त की. ऐसे में हम सभी भारतवासियों को महत्वपूर्ण अवसर निभाने का अवसर प्राप्त हो रहा है. उन्होंने संविधान गणराज्य की आधारशिला बताया. राष्ट्रपति ने सरकारी योजनाओं का भी लाभ उठाने की अपील की. कहा कि जनऔषधि केंद्रों पर सस्ती दरों पर दवाएं मिल रहीं हैं. इसका जनता को लाभ उठाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि देशवासियों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए ऐसी तमाम योजनाएं चल रहीं हैं. जनता को आगे बढ़ने के लिए समान अवसर उपलब्ध हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस दौरान देश में भाईचारे पर बल दिया.कहा कि सभी को सौहार्दपूर्ण तरीके से रहना चाहिए. देश की तरक्की में उन्होंने सभी देशवासियों से बढ़चढ़कर भागीदारी करने की अपील की.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि हम सबको यह याद रखना है कि यह समय हमारे देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने और विकसित भारत के निर्माण की यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि देश के संसाधनों पर हम सभी का बराबर का हक है, चाहे हम किसी भी समूह के हों, किसी भी समुदाय के हों, या किसी भी क्षेत्र के हों।
राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि भारत की बहुलता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमारी विविधता, लोकतंत्र और विकास पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि हमारे महान गणतंत्र ने एक लंबी यात्रा तय की है। लेकिन अभी हमें बहुत आगे जाना है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि हमारे जो भाई-बहन विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं, उन सबको साथ लेकर हमें आगे बढ़ना है। 21 वीं सदी के लिए, हमें अपने लक्ष्यों और उपलब्धियों के नए मानदंड निर्धारित करने हैं।