आतंकवांद बंदूक में नहीं बल्कि दिमाग के भीतर है: JK राज्यपाल
नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि उन्हें एक आतंकवादी की जान जाने पर भी बेहद तकलीफ होती है। उनके मुताबिक, आतंकवांद बंदूक में नहीं बल्कि दिमाग के भीतर है। गुरुवार (24 जनवरी, 2019) को उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “पुलिस अपना काम अच्छे से कर रही है। अगर एक भी जान जाती है तो मुझे बहुत तकलीफ होती है। चाहे वह जिंदगी आतंकी की ही क्यों न हो। हम हालात सुधरते देखना चाहते हैं और यही वजह है कि हम पुनर्वास कार्यक्रम चला रहे हैं। हम कोशिश कर रहे हैं बच्चे (आतंक के रास्ते पर गए) वापस आएं। उनकी हत्या करना इस समस्या (आतंकियों) का हल नहीं है, क्योंकि आतंकवाद बंदूक में नहीं बल्कि दिमाग में है। हम उसे ठीक करने के प्रयास कर रहे हैं। सुरक्षाबलों ने हाल के दिनों में शानदार काम किया है।”
इससे पहले, गुरुवार को पाकिस्तान की तरफ से चार जगहों पर सीजफायर का उल्लंघन किया गया, जिसमें पुंछ और राजौरी सेक्टर का एलओसी क्षेत्र भी शामिल रहा। वहीं, बुधवार (23 जनवरी, 2019) को बारामुला जिले में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए थे। ऐसे में बारामुला मौजूदा समय में कश्मीर का पहला जिला बन गया, जहां पर कोई आतंकी जीवित बचा हो।