ओपिनियन पोल ने दिया मोदी सरकार को झटका, आंकड़ा 233 पर अटका
यूपीए को 167 सीटें, 143 सीटों के साथ सत्ता की चाभी अन्य के हाथों में
नई दिल्ली: न्यूज़ चैनल ABP न्यूज़ के ताज़ा ओपिनियन पोल में आज की तारीख में किसी दल को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. एनडीए को 233 सीटें, यूपीए को 167 सीटें और अन्य को 143 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं वोट शेयर की बात करें तो एनडीए को 38 फीसदी वोट शेयर, यूपीए को 32 फीसदी वोट शेयर और अन्य को 30 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है. इस तरह देखा जाए तो अन्य के हाथ में केंद्र की सत्ता की चाबी लग सकती है.
दक्षिण भारत में लोकसभा की कुल 129 सीटें हैं. इसमें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना राज्य शामिल हैं. सर्वे के मुताबिक यहां UPA 69 सीटें और NDA को 14 सीटें मिल सकती हैं जबकि अन्य के खाते में 46 सीटें जाती दिख रही हैं |
सर्वे के अनुसार राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटों में बीजेपी नीत एनडीए को 18 सीटें और कांग्रेस नीत यूपीए को 7 सीटें मिल सकती, राजस्थान में बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा इलेक्शन में क्लीन स्वीप किया था और यहां की 25 की 25 सीटें जीती थीं. हालांकि साल 2019 के चुनाव में बीजेपी का वैसा जलवा नहीं दिख रहा है और जीत का सिलसिला कम होता दिख रहा है. रा
छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सीटें हैं. सर्वे के मुताबिक, यहां बीजेपी नीत एनडीए को 5 सीटें और कांग्रेस नीत यूपीए को 6 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में यूपीए को 41.3 फीसदी, एनडीए को 43.4 फीसदी तो वहीं अजीत जोगी की पार्टी को 7.5 फीसदी वोट मिल सकते हैं. राज्य में अन्य के खाते में 8.1 फीसदी वोट जा सकते हैं.
देश का दिल कहे जाने वाले राज्य मध्य प्रदेश में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं. यहां बीजेपी के हाथ अच्छी सफलता लग सकती है और इसे 23 सीटें मिल सकती हैं. इसके अलावा यूपीए को 6 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में यूपीए को 44.1 फीसदी, बीजेपी को 48.4 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है तो वहीं अन्य के खाते में 7.5 फीसदी वोट जा सकते हैं.
पूर्वोत्तर में कुल 25 सीटें हैं और एनडीए को यहां 14 सीटें मिलती दिख रही हैं. यहां यूपीए के खाते में 9 सीटें जाती दिख रही हैं. अन्य को 2 सीटें मिलने का अनुमान है. पूर्वोत्तर के लिहाज से ये एनडीए का अच्छा प्रदर्शन कहा जा सकता है.
ओडिशा के पुरी से इस बार पीएम मोदी के लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरें जोरों पर थीं लेकिन फिलहाल इसको लेकर कोई एलान नहीं हुआ है. ओडिशा में कुल 21 लोकसभा सीटें हैं और यहां बीजेपी का प्रदर्शन पिछली बार से अच्छा रह सकता है. ओडिशा में बीजेपी कुल 12 सीटें जीत सकती हैं और बीजू जनता दल 9 सीटों पर कब्जा जमा सकती है. ओडिशा का मुकाबला इस बार दिलचस्प हो सकता है और बीजेपी यहां से शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है.
'दीदी' यानी ममता बनर्जी के गढ़ पश्चिम बंगाल में उनका दबदबा कायम है. पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं जिनमें से तृणमूल कांग्रेस को 34 सीटें मिलती दिख रही हैं और बीजेपी जो यहां अकेले चुनाव लड़ रही है वो केवल 7 सीटें हासिल करती ही दिख रही है. यूपीए को सिर्फ 1 सीट मिलती दिख रही है. साफ है कि बीजेपी की लाख कोशिशों के बावजूद यहां उसे ज्यादा सियासी फायदा होने की संभावना बेहद कम है.
गोवा में दो लोकसभा सीट है और इसमें एक सीट कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही है. वहीं एक सीट पर बीजेपी कब्जा करती दिख रही है.
पिछले कई सालों से बीजेपी का गढ़ बने हुए राज्य गुजरात में इस बार भी बीजेपी नीत एनडीए को भारी सफलता मिलने का अनुमान है. यहां पर लोकसभा की 26 सीटें हैं और एबीपी न्यूज, सी वोटर के सर्वे के मुताबिक इनमें से एनडीए को 24 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है. इससे जाहिर है कि गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जलवा कायम है. यहां 2017 में विधानसभा चुनाव हुए थे. गुजरात में यूपीए की स्थिति की बात करें तो यहां इसे सिर्फ दो सीटों से संतोष करना पड़ सकता है.
देश के पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र में भी एनडीए को नुकसान होता दिख रहा है. यहां की 48 सीटों में से एनडीए सिर्फ 20 सीटों पर ही जीतता दिख रहा है और यूपीए के हाथ 28 सीटें जाती दिख रही हैं. यहां पर भी एनडीए पिछले बार के प्रदर्शन को दोहराने में असफल साबित होता दिख रहा है. महाराष्ट्र में एनडीए में बीजेपी को 16 सीटें और शिवसेना को 4 सीटें मिलती दिख रही हैं.
सर्वे के मुताबिक अगर बिहार की 40 सीटों पर अभी चुनाव होते हैं तो एनडीए को 35 और महागठबंधन को महज पांच सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं अन्य अपना खाता भी नहीं खोलते दिख रहे हैं. यानी सर्वे में जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वो ये साफ बता रहे हैं कि नीतीश कुमार के वापस आने से एनडीए को फायदा हो रहा है.
अगर आज चुनाव हुए तो सर्वे के मुताबिक यूपी में जहां यूपीए 4 सीटों पर सिमट जाएगा वहीं 2014 में बड़ा कमाल करने वाला एनडीए को भारी नुकसान होगा और वह 25 सीटों (बीजेपी 24 +अपना दल 1) पर रुक जाएगा. लेकिन बाज़ी मार रहा है अखिलेश-मायावती का गठंबधन जो 51 सीटें जीत रहा है
इस तरह यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों को देखें तो यहां महागठबंधन को 51 सीटें और एनडीए को 25 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं यूपीए को सिर्फ 4 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. यूपी में कुल वोट शेयर देखें तो महागठबंधन को 43 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है और एनडीए को 42 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है. इसके अलावा यूपीए को 12.7 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है.