हैकर सैयद शुजा के खिलाफ चुनाव आयोग ने दर्ज कराई FIR
नई दिल्ली: ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का दावा करने वाले हैकर सैयद शुजा के खुलासे के बाद बवाल हो गया है। अब खबर आयी है कि भारतीय चुनाव आयोग ने दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखकर इस मामले में एफआईआर दर्ज करने और मामले की जांच करने की अपील की है। बता दें कि अमेरिका बेस्ड एक हैकर सैयद शुजा ने सोमवार को लंदन में एक इवेंट के दौरान दावा किया कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। सैयद शुजा इस इवेंट में स्काइप के जरिए शामिल हुआ और इस दौरान उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपना चेहरा ढका हुआ था। मंगलवार को भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सैयद शुजा के दावों के पीछे कांग्रेस की साजिश होने का आरोप लगाया। भाजपा ने लंदन में हुए इवेंट में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की मौजूदगी पर सवाल खड़े किए।
हैकर सैयद शुजा ने सोमवार को लंदन के एक इवेंट में खुलासा करते हुए बताया था कि साल 2014 के लोकसभा चुनावों में ईवीएम के साथ गड़बड़ी की गई। शुजा ने बताया कि वह इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के लिए काम करता था। भारत में असुरक्षित महसूस करने के चलते उसने अमेरिका में राजनैतिक शरण मांगी। हैकर ने ये भी दावा किया कि वरिष्ठ भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ईवीएम में छेड़छाड़ का कथित तौर पर खुलासा करने वाले थे, जिसके चलते ही उनकी हत्या कर दी गई। सैयद शुजा ने ये भी दावा किया कि साल 2017 में हुई पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या भी इसलिए की गई, क्योंकि गौरी लंकेश ईवीएम में कथित गड़बड़ी पर लिखने वालीं थी और उन्होंने इस संबंध में एक आरटीआई भी दाखिल की थी। हालांकि अपने दावों के समर्थन में सैयद शुजा ने कोई भी सबूत पेश नहीं किया।
सैयद शुजा के दावों के बाद पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि लंदन में इवेंट का आयोजन करने वाला व्यक्ति आशीष रे है, जो कि एक समर्पित कांग्रेसी कार्यकर्ता है। भाजपा का पक्ष रखते हुए केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब 2014 को लोकसभा चुनाव हुए, उस वक्त यूपीए की सरकार सत्ता में थी। रविशंकर प्रसाद ने इस पूरे मामले को भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की साजिश करार दिया। वहीं चुनाव आयोग ने हैकर के दावों पर कहा कि वह अभी भी इस बात पर कायम हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।