सवर्ण आरक्षण बिल भारी बहुमत से लोकसभा में पास
AIADMK ने किया वाक आउट, तीन सदस्यों ने किया विरोध
नई दिल्ली: आर्थिक रुप से पिछड़े सामान्य वर्ग के लोगों को दस फीसदी आरक्षण देने का 124वें संशोधन प्रस्ताव लोकसभा में पारित कर दिया गया है। इस प्रस्ताव के समर्थन में 323 वोट पड़े जबकि इस प्रस्ताव का तीन लोगों ने विरोध किया। कुल 326 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया। यह बिल देश की 95 फीसदी जनसंख्या को प्रभावित करेगा।
इस प्रस्ताव के खिलाफ AIADMK सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने कहा कि आरक्षण को संविधान को नौवीं सूची में डाला जाए, इससे कोर्ट की अड़चन बार-बार नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में भी आरक्षण होना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बधाई देते हुए कहा कि गरीब सवर्णों को आरक्षण देने वाला ऐतिहासिक संविधान संशोधन बिल आज लोकसभा ने पारित कर दिया है। गरीबों के सशक्तिकरण के लिए लिए गए इस ऐतिहासिक कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को बहुत बहुत धन्यवाद और बधाई।
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं अपनी पार्टी की तरफ से इस बिल का स्वागत करती हूं, लेकिन इसे सत्र के अंतिम दिन क्यों लाया गया।