देशभक्ति में डूबी मशाल दौड़ कुशीनगर के लिए रवाना हुई
लखनऊ। सुबह कड़ाके की ठंड…हल्की कोहरा और उसके बीच सीना तान के खड़े सैनिक स्कूल के बच्चे, फाजिल नगर से आए एथलीट और राजधानी के तमाम खिलाड़ी, समाजसेवी व शिक्षाविद। सड़क पर कई स्कूलों के बच्चों की कतारें लगी थीं। बैंड की धुन और भारत माता की जय के नारों ने वातावरण गर्म कर रखा था। शहीद स्मारक से शुरू होने वाली लखनऊ से कुशीनगर तक 374 किलोमीटर की मशाल रिले दौड़ की रवानगी के मौके पर जैसे ही मेजर जनरल पुरी व मेजर अमिय त्रिपाठी स्मारक संस्थान के संरक्षक अजय कुमार त्रिपाठी ने मशाल प्रज्ज्वलित कर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सौंपी पूरा माहौल देशप्रेम में डूब गया।
शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी स्मारक संस्थान ने यह दौड़ आयोजित की है। लखनऊ से चली इस मशाल से फाजिलनगर (कुशीनगर) में 23 दिसम्बर से शुरू होने वाले अखिल भारतीय शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ होगा। अर्जुन पुरस्कार विजेता एथलीट विजय सिंह चौहान, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी व खेल निदेशक आरपी सिंह, ओलंपियन सैयद अली, दौड़ के कोर कमांडर अर्जुन पुरस्कार विजेता गुलाब चंद मशाल लेकर आगे के सफर के लिए निकले। उनके पीछे दौड़ने वालों का हुजूम था। स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ व स्पोर्ट्स हॉस्टल की खिलाड़ियों ने काफी देर तक दौड़ लगाई।
शहीद स्मारक से शुरू हुई यह दौड़ एनबीआरआई, सिकंदरबाग चौराहा, अशोक मार्ग, हजरतगंज चौराहा, राजभवन, गोल्फ क्लब चौराहा, लोहिया पथ, हनीमैन चौराहा होते हुए शहीद अमिय त्रिपाठी पम्प पर पहुंची। वहां उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मशाल दौड़ आगे के सफर के लिए रवाना हुई।
इस मशाल को मंजिल तक पहुंचाने का काम जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव बीआर वरुण, हरीश पाल, हलीमुद्दीन, अक्षय कुमार समेत उन एथलीटों के जिम्मे है जो इसके लिए कड़ी तैयारी करके फाजिलनगर से यहां पहुंचे थे।