स्टालिन बोले, राहुल गांधी बने प्रधानमंत्री
करुणानिधि की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में विपक्षी नेताओं का दिखा जमघट
चेन्नई: यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने रविवार को चेन्नई में डीएमके के दिवंगत नेता एम करुणानिधि की मूर्ति का अनावरण किया. इस दौरान विपक्ष के कई नेता एक साथ नजर आए. 2019 के आम चुनावों से पहले एक बार फिर से विपक्षी नेताओं ने मंच साझा कर एकजुटता का संदेश दिया है.
प्रतिमा अनावरण के बाद डीएमके अध्यक्ष स्टालिन ने राहुल गांधी को विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की वकालत की. उन्होंने कहा, 'मैं पीएम पद के लिए राहुल का नाम देता हूं. राहुल फासीवादी ताकतों को रोक सकते हैं.' वहीं सोनिया ने अपने भाषण में कहा कि इस कार्यक्रम से संदेश देते हैं कि हम एकजुट हैं.
इस कार्यक्रम में चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि लोगों ने बीजेपी सरकार को चुना लेकिन उसने सभी संस्थाओं को बर्बाद कर दिया. संघवाद खत्म हो गया. वे सीबीआई का दुरुपयोग कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि करुणानिधि ने देश की संस्थाओं को बचाया. आज जो सरकार है वह आवाजों को दबा रही है. संस्कृति और संस्थाओं पर हमला बोला. करुणानिधि की याद में देश की सभी आवाजें एक साथ आ रही हैं और अगले चुनाव में बीजेपी को हराएगी.
सोनिया गांधी के साथ उनके बेटे व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कार्यक्रम में शामिल हुए. डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन की मौजूदगी में सोनिया ने रिमोट के जरिए मूर्ति से पर्दा हटाया. इस दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, केरल के सीएम पिनारई विजयन, पुडुचेरी के सीएम वी नारायणसामी, सीपीआई नेता डी राजा, बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा मंच पर मौजूद रहे. कार्यक्रम में कई अन्य पार्टियों के नेता, फिल्मी कलाकार और उद्योगपति शामिल हुए. सुपरस्टार रजनीकांत भी कार्यक्रम में नजर आए.
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत के बाद विपक्षी दल के नेता पहली बार एक मंच पर साथ नजर आए हैं. बताया जा रहा है कि सोमवार को तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शपथ कार्यक्रम में स्टालिन शामिल हो सकते हैं.