HCL ने लखनऊ में शुरू किया ‘कार्य एकीकृत शिक्षा कार्यक्रम’’
लखनऊ: देश की प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक, एचसीएल ने लखनऊ में अकादमिक रूप से होनहार 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए ’कैरियर प्रारंभ करने के लिए कार्य एकीकृत शिक्षा कार्यक्रम’ की शुरुआत की । यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा जी और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष और एचसीएल न्यू विस्तास के कार्यक्रम निदेशक संजय गुप्ता की उपस्थिति में शुरू किया गया।
इस अवसर पर वेबसाइट ‘hclitcitylucknow.com’ की भी शुरूआत की। इस वेबसाइट को एचसीएल के इस जनादेश के साथ शहर में आईटी विस्तार की योजना के साथ शुरू किया गया है। एचसीएल का अर्ली कैरियर प्रोग्राम अकादमिक रूप से होनहार 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के लिए है जो जल्द कैरियर शुरू करना चाहते हैं, आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनना चाहते हैं और ट्रेंडसेटर्स बनना चाहते हैं।
इस अवसर पर एचसीएल न्यू विस्टास के कार्यक्रम निदेशक एवं एचसीएल टेक्नोलाॅजिज के कार्यकारी उपाध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा, ‘‘‘हम 12 वीं क्लास उतीर्ण कर चुके छात्रों को शीघ्र कैरियर शुरू करने में मदद करने के लिए एचसीएल के कार्य एकीकृत उच्च शिक्षा कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा करते हुए अत्यधित खुशी महसूस कर रहे हैं। वर्श 2017 में हमने एचसीएल में नौकरियों के लिए अकादमिक रूप से होनहार 12 वीं कक्षा के छात्रों की नियुक्ति करना शुरू किया। आज हम इन छात्रों के लिए उच्च शि क्षा कार्यक्रम की घोषणा कर रहे हैं ताकि ये छात्र पूरी तरह से योग्य प्रोफेशनल्स के तौर पर विकसित हो सकें। एचसीएल हमेशा ही विभिन्न वर्गों एवं भौगोलिक क्षेत्रों में नए मार्ग विकसित करने में अग्रणी रहा है। इस नए कार्यक्रम के लॉन्च के साथ, एचसीएल का लक्ष्य लखनऊ शहर से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को नियुक्त करना है और उन्हें पहले ही दिन से वित्तीय आजादी देना है। एचसीएल ने इस कार्यक्रम के लिए जिन प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ भागीदारी की वहां से ये छात्र डिग्री भी प्राप्त कर रहे हैं। मैं 12 वीं कक्षा के सभी होनहार छात्रों से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अनुशंसा करता हूं क्योंकि एचसीएल दिसंबर, 2018 से 200 छात्रों को नियुक्त करने जा रहा है और वे एचसीएल में अपने वैश्विक आईसी कैरियर की शुरू करने जा रहे हैं।’’
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने इस मौके पर कहा कि शि क्षा एवं कौश ल विकास भारत सरकार की प्राथमिकता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनउ में प्रतिभा की प्रचूरता है। शि क्षा को अर्ली कैरियर से जोड़ने के लिए मैं एचसीएल टेक्नोलाॅजिज को इस अनूठी पहल को प्रारंभ करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हृदय से स्वागत करता हूं कि कंपनी ने कक्षा 12 उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के भविष्य को संवारने के लिए को-एकीकृत उच्च शि क्षा कार्यक्रम प्रा्ररंभ करने का निर्णय लिया है।
ग़ौरतलब है कि एचसीएल का अर्ली कैरियर प्रोग्राम – टेक बी कार्य एकीकृत उच्च शिक्षा कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम एचसीएल में आईटी नौकरियों में प्रवेश के लिए तकनीकी और व्यावसायिक रूप से छात्रों को तैयार करता है। उम्मीदवारों को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए पहले व्यापक 15 महीने का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। एचसीएल में नौकरी करते हुए, छात्र आईटी कार्यक्रम में मास्टर्स में भी नामांकन करा सकते हैं जो प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा आॅफर किया जाता है। 2018 और 2019 में स्नातक की उपाधि प्राप्त करने वाले 12 वीं कक्षा के छात्र इस कार्यक्रम के लिए पात्र हैं। गणित विषय वाले छात्र और जिन्होंने सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड में 80 प्रतिशत और उससे अधिक तथा उत्तर प्रदेश राज्य बोर्ड में 70 प्रतिश त और उससे अधिक अंक हासिल किये हों, वे इस कार्यक्रम के लिए पात्र हैं।
इस कार्यक्रम के लिए चयन प्रक्रिया में ऑनलाइन परीक्षा, साक्षात्कार, काउंसलिंग और चिकित्सीय परीक्षण शामिल हंै। प्रशिक्षण कार्यक्रम एचसीएल लखनऊ कैंपस में आयोजित किया जाएगा और इस इस कार्यक्रम का शु ल्क 2 लाख रुपये + टैक्स है। बैंक ऋण के रूप में वित्तीय सहायता एक्सिस बैंक और आईडीबीआई बैंक के द्वारा उपलब्ध करायी जाती है। वित्तीय सहायता को इस तरह से व्यवस्थित किया जाता है कि छात्रों या माता-पिता पर कोई वित्तीय बोझ नहीं पड़े।
इसे भारत में पहली बार शु रू किया गया है, जब एक आईटी कंपनी 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों को आईटी इंजीनियर की नौकरी की पेशकश कर रही है। देश भर में 250 से अधिक छात्रों ने यह कार्यक्रम पूरा कर लिया है और अब वे एचसीएल के साथ काम कर रहे हैं। वे सभी छात्र जिन्होंने सफलतापूर्वक इस प्रशिक्षण को पूरा कर लिया है, उन्हें अब उच्च शिक्षा कार्यक्रम में नामांकन से लाभ हो सकता है। पहले दिन से छात्र आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो जाते हैं और उन्हें पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि के दौरान 1,50,000 रुपये (या हर महीने 10000 रुपये) का स्टाइपेंड मिलता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन के बाद एचसीएल नौकरी की गारंटी देती है।