अखिलेश सरकार से भी भ्रष्ट है योगी सरकार: राजभर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और RSS पर तीखा हमला बोला है। राजभर ने बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर अपनी बात रखी और बीजेपी को खरी-खोटी सुनाई। राजभर ने कहा कि उनकी लड़ाई गरीबों और आम आदमी के लिए है। इसलिए वो समय-समय पर बीजेपी पर हमला करते रहते हैं। उनका मानना है कि बीजेपी लोगों को गुलाम बना रही है। वहीं योगी आदित्यनाथ के हनुमान वाले कमेंट पर उन्होंने कहा कि ‘हर रणनीति नागपुर से आती है, हनुमान का दलित होने का आइडिया भी वहीं से आया है।’
राजभर कहते हैं कि शिक्षा और रोजगार में समानता होनी चाहिए। पिछड़े वर्ग के हितों की अनदेखी की जा रही है। वो कहते हैं कि ‘मैंने राज्य सरकार से राज्य में प्राथमिक शिक्षा में सुधार की मांग की थी।’ इसके साथ ही उन्होंने टीचरों की कमी को लेकर सरकार से सवाल पूछा। वहीं जब उनसे पूछा गया कि आप अपनी मांगों को लेकर बीजेपी से खुलकर बात क्यों नहीं करते। इस पर उन्होंने कहा कि ‘राज्य में सरकार बनने के बाद मैंने CM योगी, अमित शाह, राजनाथ सिंह एवं अन्य नेताओं से बातचीत की थी। मैंने अपने तमाम मुद्दों को लेकर अमित शाह से भी मुलाकात की थी लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।’
राजभर ने कहा, युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही हैं और गैर-ओबीसी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से लोग नाराज हैं। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी को धमकी देते हुए कहा कि ‘अगर हिम्मत है तो मुझे बाहर कर दें। मैं मंत्री पद या सहयोगी बने रहने के लिए उनसे भीख नहीं मांग रहा हूं।’ बीजेपी छोड़ने के सवाल पर राजभर बोले, ‘मैं सही समय पर फैसला लूंगा। मैंने उन्हें 125 सीटें जिताने में मदद की है। मुझे केबीनेट मंत्री बनाकर उन्होंने कोई एहसान नहीं किया। अगर मेरी मांगों को पूरा किया जाएगा तभी मैं बीजेपी के साथ रहूंगा।’ राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘राम मंदिर बनाया जा सकता है लेकिन पुजारी हर जाति के होने चाहिए। मंदिर का संचालन केवल ब्राह्मण ही क्यों करें?
वहीं राजभर ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने योगी सरकार को अखिलेश शासन से भी भ्रष्ट बताया। बता दें, ओम प्रकाश राजभर कई बार बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं। खैर अब देखना होगा कि क्या राजभर बीजेपी से अलग होते हैं या फिर बीजेपी राजभर को अपने गठबंधन से अलग करती है।