तेलंगाना: भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी पांसा
कहा, ज़रुरत पड़ने पर एआईएमआईएम के साथ जाने से कोई दिक्कत नहीं
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जीएन रेड्डीनई दिल्ली: तेलंगाना में नतीजों से पहले चुनावी हलचल तेज है. भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस तक सभी अपनी-अपनी राजनीतिक गोटियां सेट करने की जुगत में लग गई हैं. एग्जिट पोल के ऐलान के बाद नतीजों की संभावनाओं को ध्यान में रखकर सभी पार्टियां विकल्पों पर विचार कर रही हैं. बीजेपी ने यह दावा किया है कि अगर किसी पार्टी को राज्य में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलते हैं तो उनकी पार्टी टीआरएस के साथ मिलकर सरकार में शामिल हो सकती है. इस ऐलान के बाद कांग्रेस ने भी अपना पासा फेंका है और कहा कि उसे भी सरकार बनाने के लिए ऑल इंडिया मज्लिस ए इतेहदुल मुसलिमीन आनी ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ जाने से कोई दिक्कत नहीं है.
कांग्रेस नेता जीएन रेड्डी ने कहा है कि 'हमारे देश में कोई भी पार्टी परमानेंट दोस्त या दुश्मन नहीं होती, अगर टीआरएस भाजपा के साथ जा सकती है तो ऑल इंडिया मज्लिस ए इतेहदुल मुसलिमीन यानी एआईएमआईएम भी हमारे साथ आ सकती है, अगर वह चाहे तो.' मतलब बीजेपी के बाद अब कांग्रेस का भी इशारा साफ है कि वह भी गठबंधन कर सत्ता में आना चाहती है. बता दें कि तेलंगाना में इससे पहले टीआरएस की सरकार थी और केसीआर मुख्यमंत्री थे.
दरअसल, तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 'तेलंगाना में बीजेपी के बिना सरकार नहीं बन सकती. अगर किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलते हैं, तो ऐसी स्थिति में बीजेपी सरकार का हिस्सा होगी. हम कांग्रेस या एआईएमआईएम को समर्थन नहीं देंगे, मगर अन्य विकल्प खुले हुए हैं. अपने हाई कमांड से चर्चा करने के बाद निर्णय लिया जाएगा.' बता दें कि राज्य में चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे और उसके बाद ही तस्वीर स्पष्ट होगी कि वहां किसकी सरकार बनेगी.