अखिलेश यादव में एकबार फिर ईवीएम पर सवाल उठाये
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव नजदीक देखकर एक बार फिर ईवीएम पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि इसको लेकर जनता के मन में संदेह है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लड़ाई विचारों की है और यह संविधान से ही संभव है, लेकिन भाजपा इसकी परवाह नहीं करती। सामाजिक समानता के लिए भाजपा से खतरा है।
अखिलेश गुरुवार को डा. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर पार्टी कार्यालय में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद संबोधित करते हुए कहा कि चुनावों में ईवीएम में मतदान के समय गड़बड़ी हो सकती है। कोई भी तकनीक सम्पूर्ण रूप से संतोषजनक नहीं होती। मशीन गड़बड़ होने पर आखिर उसकी मरम्मत किस बात की होती है? उन्होंने कहा कि भाजपा व कांग्रेस की नीतियां और कार्यक्रम एक जैसे हैं। कांग्रेस के कामों को ही भाजपा सरकार आगे बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी साथियों को अपनी नीति, कार्यक्रम और उपलब्धियों के साथ जनता के बीच जाना होगा ताकि साम्प्रदायिक व लोकतंत्र से खिलवाड़ करने वाली ताकतों को करारी शिकस्त दी जा सके। उन्होंने कहा कि डा. आंबेडकर ने देश को जो संविधान दिया है उससे नागरिकों को मूलभूत अधिकार मिले हैं। भारतीय संविधान में समाजवाद, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक भारत बनाने की व्यवस्था है।
इसके बाद भी भाजपा संविधान की परवाह नहीं करती है। वह नफरत की राजनीति करती है। भाजपा ने समाज में झगड़ा लगा दिया। आर्थिक गैरबराबरी भी भाजपा सरकार में बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों से धर्मनिरपेक्षता को खतरा है। भाजपा समाज में विघटन पैदा कर दिया है। दुनिया में इससे देश का सम्मान और भरोसा घटा है। सामाजिक न्याय से भाजपा को परहेज है। गरीबों से छीनकर व्यापार बड़े कारपोरेट प्रतिष्ठानों के पास पहुंचा दिया गया है। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। इस मौके पर माता प्रसाद पांडेय, अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल आदि मौजूद थे।