बुलंदशहर हिंसा : खुद को बचाने के लिए बॉस को छोड़कर भागना पड़ा
लखनऊ : बुलंदशहर हिंसा में भीड़ की गोली से मारे गए पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गाड़ी के चालक का कहना है कि उसने अपने जख्मी बॉस को अस्पताल पहुंचाने की हर संभव कोशिश की लेकिन कुछ लोगों की तरफ से की जा रही अंधाधुंध फायरिंग के चलते उसे जीप छोड़कर भागने के लिए बाध्य होना पड़ा। रामाश्रय का कहना है कि खुद को बचाने के लिए उसे जीप छोड़कर भागना पड़ा।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इंस्पेक्टर की जीप के चालक रामाश्रय एक वीडियो क्लिप में यह कहते हुए पाया गया कि, 'मेरे बॉस एक दीवार के पास अचेत अवस्था में पड़े हुए थे। मैंने उनको ऊपर उठाया और उन्हें जीप के भीतर रखा। उन्हें जीप में लेकर जैसे ही मैं आगे बढ़ा, उसी दौरान लोगों का एक समूह जीप पर पत्थर फेंकने लगा और हम पर गोलीबारी करनी शुरू कर दी।' रामाश्रय ने कहा, 'खुद को बचाने के लिए मुझे जीप छोड़कर भागना पड़ा।'
इस वीडियो में रामाश्रय घटना के बारे में स्थानीय और मीडिया के लोगों से बातचीत कर रहा है। उसने कहा, 'जिन लोगों ने हम पर गोलीबारी की वे घटनास्थल पर गन्ने के खेत में छिपे हुए थे।' बता दें कि यूपी पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि एक्स-रे रिपोर्ट में बुलेट के जख्म से सुबोध कुमार की मौत हुई है। यूपी पुलिस ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है।
वहीं, स्याना गांव में सोमवार को गौहत्या की अफवाह के बाद फैली हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया कि बुलंदशहर हिंसा के मामले में तीन लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना के शेष नामजद और अज्ञात अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें जी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल घटनास्थल वाले क्षेत्र में पूरी तरह शांति है। हालांकि एहतियात के तौर पर वहां पर अतिरिक्त पुलिस तैनात किया गया है।
इस मामले में पुलिस ने कुल 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जाता है कि एक आरोपी योगेश राज बजरंग दल का जिला संयोजक है। सोमवार को भीड़ के इस हमले में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत हो गई थी।
एडीजी के मुताबिक, इंस्पेक्टर सुबोध की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उन्हें गोली लगने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक गोली उनकी बाईं भौंह से होते हुए सिर के अंदर चली गई। उन्होंने बताया कि घटना में मारे गए सुमित पुत्र अमरजीत निवासी चिंगरावठी के शव का भी पोस्टमॉर्टम हो गया है जिसकी रिपोर्ट में उसकी मृत्यु का कारण गोली लगना बताया गया है।
इससे पहले आज सुबह दिवंगत सुबोध कुमार को पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी गई। इसके बाद उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके गृह जनपद एटा के लिए रवाना किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
उन्होंने दिवंगत पुलिस अधिकारी के आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को मृतक के आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया।