केजीएमयू डॉक्टर के खिलाफ जन भावनाओं को भड़काने आरोप, FIR दर्ज
लखनऊ: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित तमाम हिन्दू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करके जन भावनाओं को भड़काने के आरोप मे केजीएमयू के टीबी एवं सांस विभाग के प्रोफ़ेसर संतोष कुमार के खिलाफ प्रयागराज के सराय इनायत थाने मे आईपीसी की धारा 295ए , 66 (आईटी एक्ट ), 67 (आईटी एक्ट) के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है ।
लीलापुर निवासी विश्व हिन्दू परिषद के नेता चंद्रिका प्रसाद शुक्ल ने पुलिस को दी शिकायत मे कहा है कि फेसबुक पर डॉ संतोष कुमार के नाम से बनी एक आईडी के जरिये प्रधानमंत्री के खिलाफ लगातार अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणिया कि जा रही हैं । प्रधानमंत्री श्री मोदी के बारे मे झूठी खबरें फैलाकर उनको बदनाम करने कि कोशिश हो रही है , इसी आईडी से महामहिम राष्ट्रपति के खिलाफ भी भ्रामक खबरें और अभद्र बातें लिखी जा रही हैं ।
लोगों द्वारा कई बार एतराज करने के बावजूद डॉ संतोष कुमार द्वारा झूठी खबरें फैलाने का सिलसिला नहीं थमा। हिन्दू धर्म, देवी देवताओं के बारे मे भी अभद्र , अनर्गल और अश्लील बातें प्रसारित की जा रही हैं । तमाम लोग इस पर कमेन्ट से लेकर शेयर भी करते हैं जिसको देखकर एक वर्ग की भावनाएं आहात हो रही हैं ।
इस आईडी से लगातार वैमनस्यता की बातें फैलाई जा रहीं हैं , पुलिस ने शिकायतकर्ता की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है , इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह को इस मामले का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है ।
केजीएमयू जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थान की छवि को धूमिल करने का घ्राणित प्रयास यहाँ के जिम्मेदार पद पर बैठे डॉक्टर द्वारा की जा रही करतूतों से पूरे चिकित्सक वर्ग को शर्मशार होना पड रहा है , इसके अलावा डॉ संतोष के खिलाफ आपराधिक मामले मे एक और एफआईआर दर्ज है तथा यह डॉक्टर अनेक अनैतिक एवं असामाजिक कार्यों मे लिप्त रहता है डॉ संतोष का इतिहास सदैव विवादों से घिरा रहा है , यदि मामले की गंभीरता और निष्पक्षा जांच की जाय तो इसके द्वारा की जा रही कई करतूतों की पटें उघरेंगी ।