एजाज़ पटेल ने पाकिस्तान के मुंह से छीना जीत का निवाला
आबुधाबी टेस्ट में न्यूजीलैंड ने रोमांचक ढंग से हासिल की चार रनों से जीत
आबूधाबी: एजाज पटेल की गेंदबाजी न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने पूरी बाजी को पलटते हुए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को पाकिस्तान को चार रनों से हरा दिया। शेखजायद स्टेडियम में हुए इस मैच में पाकिस्तान को जीत के लिए चार रनों की दरकार थी और टीम के पास अजहर अली (65) के रूप में आखिरी विकेट बचा था, जिसे एजाज ने लक्ष्य पूरा होने से पहले ही गिरा दिया और न्यूजीलैंड को जीत दिलाई। इस मैच में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज असद शफीक ने अपने टेस्ट करियर के 4,000 रन भी पूरे किए। न्यूजीलैंड के लिए एजाज ने कुल सात विकेट लिए। तीसरे दिन रविवार को न्यूजीलैंड की ओर से मिले 176 रनों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उतरी पाकिस्तान ने स्टम्प्स तक बिना कोई विकेट गंवाए 37 रन बना लिए थे। ऐसे में चौथे दिन पाकिस्तान को जीत के लिए 138 रनों की जरूरत थी। पहले सत्र में टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 48 के स्कोर तक उसने इमाम उल हक (27), मोहम्मद हफीज (10) और हरीस सोहेल के रूप में अपने तीन विकेट गंवा दिए। इसके बाद, अजहर अली (65) और असद शफीक (45) ने टीम की पारी को संभाला और चौथे विकेट के लिए 82 रनों की शानदार साझेदारी कर उसे 130 का स्कोर बनाकर लक्ष्य के करीब पहुंचाया। इसी स्कोर पर शफीक का विकेट गिर गया और भोजनकाल की घोषणा कर दी गई।
पाकिस्तान को जीत के लिए अब 46 रनों की दरकार थी। दूसरे सत्र में उतरी पाकिस्तान की टीम ने अपने दो और विकेट गंवाए। बाबर आजम (13) और सरफराज अहमद (3) अधिक समय तक मैदान पर नहीं टिक सके। अजहर पिच की एक ओर पाकिस्तान की पारी संभाले खड़े थे और उन्होंने किसी प्रकार टीम को 154 के स्कोर तक पहुंचा दिया था। इसी स्कोर पर टीम ने बिलाल आसिफ के रूप में अपना एक ओर विकेट गंवा दिया। आसिफ खाता भी नहीं खोल पाए थे।
अपने सात विकेट गंवा चुकी पाकिस्तान की टीम पर 21 रन हासिल करना भी भारी पड़ता नजर आ रहा था। अजहर को टीम के बाकी खिलाड़ियों का साथ नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में आठवें विकेट के लिए यासिर मैदान पर उतरे लेकिन वह भी खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए। इस मैच में अच्छी गेंदबाजी करने वाले एजाज पटेल ने 164 के स्कोर पर हसन को भी खाता खोलने का मौका दिए बगैर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। पाकिस्तान के पास आखिरी विकेट बचा था और उसे अब पांच रनों की जरूरत थी, जिसे वह हासिल नहीं कर पाई।