देश पर बोझ बनी मोदी सरकार को उतार फेंको – पूर्व आई जी
चकिया /चन्दौली: "देश पर बोझ बनी है मोदी सरकार आज इनको उतार फेंकना किसानों मजदूरों के लिए बहुत जरूरी है", उक्त बात आज चकिया में जमीन अधिकार आंदोलन के तहत आयोजित गांधी पार्क में वनाधिकार सम्मेलन में बोलते हुए पूर्व आई जी एस आर दारापुरी ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि मोदीजी की सरकार हर मोर्चा पर फेल हो चुकी है। यह सरकार जहां किसान मजदूर विरोधी है वहीं आदिवासी विरोधी भी है। इस लिए इस सरकार के खिलाफ चौतरफा लड़ाई लड़ना होगा।
वहीं माकपा के पूर्व विधायक दीनानाथ सिंह यादव ने कहा कि मोदी योगी की सरकार ने देश प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मूर्ति लगाकर व शहर का नाम बदल कर रोजीरोटी, रोपजगार, शिक्षा के अधिकार के सवाल को भटका रही है।
वनाधिकार सम्मेलन में बोलते हुए स्वराज अभियान के राज्य समिति सदस्य दिनकर कपूर ने कहा कि आरएसएस की हिन्दुत्व की राजनीति से आदिवासी और वनाश्रित सावधान रहें। आरएसएस आज तक आदिवासी को आदिवासी नहीं कहता क्योंकि आदिवासी को पहचान देते ही उसकी हिन्दुत्व की राजनीति का माडल और सिद्धांत ध्वस्त हो जाता है। इतना ही नहीं आरएसएस का राजनीतिक माडल मूलतः कारपोरेट की सेवा के लिए है। आरएसएस और इसके राजनीतिक संगठन भाजपा की ताकत बढ़ने का मतलब आदिवासियों व वनवासियों की बड़े पैमाने पर तबाही है। जहां-जहां इनकी सरकारें हैं वहां आदिवासियों की बेदखली, उनका उत्पीड़न और हत्याएं हो रही हैं । उन्होंने कहा कि आज जो कारपोरेटपरस्त राजनीति चल रही है उसमें दल चाहे जो हो वह जनता को कुछ नहीं दे सकते। नौगढ़ चकिया शहाबगंज के तमाम गांवों में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी आदिवासियों व वनवासियों की वन विभाग बेदखली कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनका उत्पीड़न करने वाले अधिकारी हाईकोर्ट की अवमानना कर रहे हैं । वह अपनी इस उत्पीड़न की कार्यवाही पर रोक लगाएं अन्यथा उनके विरूद्ध हाईकोर्ट में अवमानना का मुकदमा होगा। उन्होंने कहा कि 29- 30 नवंबर को दिल्ली में वनाधिकार कानून को लागू कराने के लिए मार्च होगा।
वनाधिकार सम्मेलन में स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय, माकपा के जिला सचिव राम अचल यादव, भाकपा के जिला सचिव शुकदेव मिश्रा, लालचन्द यादव, लालमनी विश्वकर्मा, रामनारायण राम गीता राय, रामेश्वर प्रसाद, राम दुलार वनवासी, अजीत पासवान, सुनील राजभर ने सम्बोधित किया। वनाधिकार सम्मेलन की अध्यक्षता किसान सभा के प्रभारी परमानन्द कुशवाहा, स्वराज अभियान के अखिलेश दूबे, खेत मजदूर यूनियन के शिव मूरत राम ने की। वनाधिकार सम्मेलन का संचालन माकपा के तहसील सचिव शम्भुनाथ यादव व प्रस्ताव अजय राय ने पेश किया।