मुश्ताक अहमद बने वेस्टइंडीज के नए सहायक कोच
लाहौर: पाकिस्तान के दिग्गज लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद को अब नई जिम्मेदारी मिली है. वेस्टइंडीज क्रिकेट ने मुश्ताक को अपना सहायक कोच नियुक्त किया है. ई, मुश्ताक अभी पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में गेंदबाजी कोच थे. उन्होंने अब इस करार को समाप्त कर दिया है और अब वह जल्द ही वेस्टइंडीज टीम से जुड़ने वाले हैं. मुश्ताक भारत दौरे पर वेस्टइंडीज की टीम से जुड़ने वाले थे. लेकिन वीजा कारणों से ऐसा नहीं हो पाया.
अब मुश्ताक बांग्लादेश दौरे पर वेस्टइंडीज टीम से जुड़ेंगे. वेस्टइंडीज को बांग्लादेश दौरे पर दो टेस्ट, तीन वनडे और टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है. इससे पहले वो इंग्लैंड और पाकिस्तान के कोच रह चुके हैं.पाकिस्तान के लिए 52 टेस्ट और 144 वनडे मैचों में क्रमश: 185 और 161 विकेट लेने वाले मुश्ताक का इस वर्ष अप्रैल में एनएसीए के साथ अनुबंध में विस्तार हुआ था. वह इंग्लैंड और पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच भी रह चुके हैं.
इसी साल अप्रैल में मुश्ताक अहमद का पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया गया था. तब उन्होंने बांग्लादेश, श्रीलंका और वेस्टइंडीज से कोचिंग का ऑफर छोड़कर उन्होंने अपनी एनसीए के साथ ही जुड़े रहने का फैसला किया था. मुश्ताक अहमद पाकिस्तान का स्पिन गेंदबाजी कोच बनना चाहते थे. अब वेस्टइंडीज के साथ जुड़ने के बाद और नई क्रिकेट समिति में उनके न होने के बाद अब उनके पाकिस्तान कोच बनने की संभावनाएं खत्म हो गई है.
हाल ही में पाकिस्तानी क्रिकेट के सभी पहलुओं की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए एक नई क्रिकेट समिति का निर्माण किया गया है और उसे कई अधिकार भी दिए गए हैं. इस समिति में मुश्ताक को कोई जगह नहीं मिली है. शायद इसी कारण वे वेस्टइंडीज से जुड़ गए हैं. पाकिस्तान की इस समिति में वसीम अकरम, मिस्बाह उल-हक और उरूज मुमताज को शामिल किया गया है और इसकी कमान मोहसीन खान को सौंपी गई है. इसके अलावा, तीन अन्य पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों मुदस्सर नजर, जाकिर खान और हारून रशीद सहायक होंगे, जो समिति को कार्यात्मक और प्रशासनिक रूप से सहायता प्रदान करेंगे.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के मुख्य संचालन अधिकारी सुभान अहमद ने कहा कि समिति घरेलू क्रिकेट में इस्तेमाल की जाने वाली पिचों और गेंदों का मूल्यांकन करेगी और इस मामले में सिफारिश भी करेगी. इसके अलावा, समिति क्रिकेट टीमों कोचों से साल में तीन बार मुलाकात करेगी. इसमें वह टीमों की योजनाओं और लक्ष्यों की जानकारियां हासिल करेगी.