सबरीमाला विवाद: केरल सरकार ने जताया साज़िश का अंदेशा
नई दिल्ली: तिरुवनंतपुरम: सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर अब केरल में सियासत शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को दो महिलाओं ने मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचने की कोशिश की। लेकिन पुजारी द्वारा मंदिर बंद करने की धमकी के बाद पुलिस को उन्हें लेकर वापस लौटना पड़ा और आईजी ने उसे कर्मकांडी आपदा करार दिया।
कांग्रेस के नेता आर चेन्निथला ने कहा कि सबरीमाला कोई टूरिस्ट स्पॉट नहीं है वहां सिर्फ श्रद्धालू जाते हैं। फिलहाल केरल पुलिस जिस तरह से मामले को देख रही है वो गलत है। अगर केरल में कांग्रेस की सरकार होती तो पूरे मामले को बेहतर तरीके से डील करते।
इन सबके बीच देवासोम मिनिस्टर ने कहा कि इस मामले में दखल देने के पीछे बड़ी वजह ये थी कि कुछ लोग षड़यंत्र रच रहे थे। अपनी सफाई में वो कहते हैं कि नाडपंथल तक पहुंचने से पहले किसी तरह की दिक्कत नहीं थी।इसका अर्थ ये है कि कुछ न कुछ हद तक षड़यंत्र था। जब उन महिलाओं ने 18 सीढ़ियों की चढ़ाई पूरी कर ली तो तनाव बढ़ने लगा। सरकार उन लोगों के साथ नहीं खड़ी हो सकती है जो सन्निधाम में खून बहाना चाहते थे।
देवासोम मंत्री( धार्मिक मामला) केडकंपली सुरेंद्रन ने कहा कि कुछ लोग एक्टिविस्ट की तरह मंदिर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं। इस समय सरकार के लिए ये पहचान करना मुश्किल है कि आखिर वो लोग कौन हैं। हमें ये पता है कि एक्टिविस्ट की संख्या दो है जिसमें एक पत्रकार है।