शिवपाल के रोड शो ने उड़ाई सपा कंपनी की नींद
तौसीफ़ कुरैशी
फ़िरोज़ाबाद।सपा कंपनी से आहत होकर अपनी पार्टी बनाने वाले मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव ने नई पार्टी प्रगितिशील समाजवादी पार्टी बनाकर जनता के बीच जा रहे है तथा उनके जनता का समर्थन भी मिल रहा है इटावा जनपद की जसवंतनगर विधानसभा सीट से विधायक शिवपाल सिंह यादव का क़ाफ़िला शुरू हुआ और फ़िरोज़ाबाद की ओर बढ़ रहा है|
इस रोड शो में मौजूद भीड़ बता रही है कि शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश यादव द्वारा हलके में लेना कही भारी न पड़ जाए क्योंकि जिस तरीक़े से शिवपाल अखिलेश की घेराबंदी कर रहे है उससे यही लग रहा है कि सपा कंपनी को 2019 में भारी नुक़सान होने जा रहा है | असल में शिवपाल सिंह यादव मुलायम सिंह यादव की तरह मुसलमानों के जज़्बातों को उकेर रहे है लखनऊ के ठाकुरगंज में दो मुस्लिम युवकों की हुई हत्या की सबसे पहले निंदा की और दुखो से घिरे उस परिवार से मिलने भी गए लेकिन विष्णु का मंदिर बनवाने का एलान करने वाले सपा कंपनी के सीईओ अखिलेश यादव ने उस परिवार से मिलना तो दूर निंदा करना भी मुनासिब नही समझा| समझे भी क्यों मुसलमानों ने अपने आपको सपा कंपनी का बँधवा मज़दूर बनाकर रखा हुआ उसी का परिणाम है जो मुसलमानों की कोई बात करने को भी तैयार नही है|
ख़ैर हम बात कर रहे है शिवपाल सिंह यादव की वह लगातार उसी ट्रेक पर चल रहे है जिसपर चलकर मुसलमानों को वह अपने पाले में लाकर खड़ा कर सके सियासत में कब क्या हो जाए इसका अंदाज़ा नही लगाया जा सकता| इसमें न तो कोई मुकम्मल दोस्त होता न ही मुकम्मल दुश्मन, अगर यह सम्भव हुआ तो सपा कंपनी का स्तर काफ़ी कम हो जाएगा| राजनीतिक गलियारो में यह भी ख़बर वायरल हो रही है कि आने वाले दिनों में सपा कंपनी को एक और झटका लगने जा रहा है जिसके कंधों पर सवार होकर अखिलश यादव ने सपा कंपनी पर क़ब्ज़ा किया था सुना है, वह भी अखिलेश की चौकड़ी से नाराज़ चल रहे है इस परिवार में सबसे ज़्यादा अगर किसी को सियासी चालों को चलकर मात देना अगर किसी को समझा जाता है तो वह रामगोपाल यादव है, एक वही है जिन्होंने सियासत के महारथियों में शुमार मुलायम सिंह यादव को भी मात दे दी थी चाहे ढाल उनके बेटे को ही बनाया था पर मुलायम को अपने दाँव से चारों खाने चित कर दिया था| उसके बाद सपा कंपनी के पूर्व सीईओ मुलायम ने कहा भी था कि परिवार में राढ पैदा करवाने वालों में रामागोपाल यादव ही है नही तो मेरा परिवार एकजुट था पर रामगोपाल ने सबकुछ खतम कर दिया। सपा के कई दिग्गज कार्यकर्ता सेक्युलर मोर्चा के रोड शो में हुए शामिल,सपा के सिरसागंज से वर्तमान विधायक हरिओम यादव के पुत्र छोटू यादव ने थामा सेक्युलर मोर्चा का हाथ,साथ ही सपा की मीना राजपूत ने छोड़ी पार्टी,2019 के चुनाव में बड़े फेर बदल की तैयारी।
शिवपाल सिंह यादव के रोड शो में उमड़ी भीड़ से विरोधियों के होश उड़े, दूर-दूर तक दिखाई दे रहा था, गाडियों का हुजूम प्रगितिशील समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव द्वारा आयोजित रोड शो में उमड़ी कार्यकर्ताओं की भीड़ ने जहां विरोधियों के होश उड़ा दिये वहीं स्वयं रोड शो में उमडे कार्यकर्ताओं के प्यार ने शिवपाल सिंह यादव को भी भावुक होने पर मजबूर कर दिया।रोड शो का समय सुबह 10 बजे का निश्चित किया गया था लेकिन शिवपाल सिंह यादव समय से पूर्व करीब 9 बजे ही कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच गये। सबसे पहले श्री यादव को 10:30 पर कठफोरी पहुंचना था लेकिन कठफोरी तक पहुंचने से पहले ही सेक्यूलर मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने उनका जगह-जगह रोककर स्वागत किया, जिसका नतीजा यह निकला कि कठफोरी तक पहुंचने में श्री यादव करीब 3 घंटा लेट हो गये। लेट होने के बावजूद भी कार्यकर्ताओं के जोश में कोई कमी नहीं आ रही।समाचार लिखे जाने तक काफिला सिरसागंज तक भी नहीं पहुंच सका है।भीड़ का आलम यह है कि जहां तक नंगी नजरों से देखा जा सकता है, वहां तक कार्यकर्ता और कारें व मोटर साईकिल ही नजर आ रहीं हैं। रोड शो में करीब 5000 से भी ज्यादा कारों और मोटरसाईकिलें शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।जानकारी के अनुसार शिवपाल सिंह यादव का कठफोरी के बाद गुराऊ, कठफोरी टोल प्लाजा, उखरेंड, टोंडसी, तिवरिया, सेंदलपुर, सराय मुरलीधर, नगला महाराम, करहल तिराहा, सोथरा चैराहा, कुंजपुर तिराहा, अरांव तिराहा, गिरधारी काॅलेज, नगला राधे चैराहा, मलाहपुर, धातरी, शाहपुर, नौशहरा, मैनपुरी चैराहा, एटा चैराहा, प्रतापपुर चैराहा, सुभाष तिराहा, बाजाली, आरोंज, रूपसपुर, ढोलपुर चैराहा, राजा का ताल, राजा का ताल मैन बाजार, बच्चू बाबा, उसायनी, नगला चिंरौंजी, हजरतपुर, चैधरी ढाबा, टूंडला टोल प्लाजा आदि पर स्वागत किया जाना है। उसके बाद टूंडला में राॅयल गार्डन पर समापन कार्यक्रम होगा।आज का यह रोड शो उन विरोधियों के मुंह पर एक करारा तमाचा है जो अभी तक यही कहते आ रहे हैं कि शिवपाल सिंह यादव शायद ही अब राजनीतिक रूप से मजबूत हो पायेंगे।