राहुल गाँधी ने भारत सरकार की ओर से HAL कर्मचारियों से माफ़ी मांगी
बेंगलुरु: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु में शनिवार को हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के कर्मचारियों से मुलाकात की. एचएएल को राफेल डील न मिलने से नाराज राहुल गांधी ने कहा यह मेरे लिए सिर्फ एक कंपनी नहीं है बल्कि एक संस्था है. जब हमें आजादी मिली तो भारत ने एयरोस्पेस के क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए रणनीतिक संपत्तियां बनाईं एचएएल उनमें है.
राहुल गांधी ने कहा, 'एचएएल ने जो काम किया है वह जबरदस्त है. मैं यहां आपसे यह सुनने आया हूं कि इस रणनीतिक संपत्ति को और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है. आप जिन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान कैसे हो सकता है.'
इस मौके पर एचएएल के रिटायर्ड कार्मचारी सिराजुद्दीन ने राफेल डील पर कहा, 'हमें अपमानित करके छोड़ दिया गया है. 70 साल के अनुभव वाली एचएएल को राफेल डील से बाहर फेंक दिया गया है. मुझे समझ नहीं आता, एक बड़ी और अनुभवी कंपनी जिसे सुधारना चाहिए था आप उसे मार रहे हो. एचएएल साउथ-ईस्ट एशिया की लीडिंग एविएशन इंडस्ट्री है. क्या आप इस इंडस्ट्री को मारना चाहते हैं? यह एक अपमान और चोट है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे'.
राहुल गांधी ने कहा, 'भारत सरकार की तरफ से एचएएल से माफ़ी मांगता हूं क्योंकि, मुझे पता है कि वे स्थिति सुधारने के लिए कुछ भी नहीं करेंगे.'
कांग्रेस अध्यक्ष ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का जिक्र करते हुए कहा, 'ओबामा ने कहा था भारत और चीन ही ऐसे देश हैं, जो भविष्य में अमेरिका को चुनौती दे सकते हैं. इसमें एचएएत का महत्वपूर्ण योगदान है, जिसके चलते हम अमेरिका से मुकाबला कर सकते हैं.'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'रक्षा मंत्री कहते हैं राफेल के लिए एचएएल में क्षमता नहीं है. जिसको डील दी गई, उसकी क्या क्षमता है? मैं एचएएल की 70 साल से ज्यादा की प्रगति देख सकता हूं.'