मोदी राज में न्याय पाने के लिए एक मुस्लिम परिवार ने अपनाया हिन्दू धर्म
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पुलिस के रवैये से क्षुब्ध एक मुस्लिम परिवार ने कथित रूप से हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया. हिंदू युवा वाहिनी (भारत) की देखरेख में धर्मगुरु ने हवन कराकर 13 लोगों को विधिवत रूप से हिंदू धर्म स्वीकार कराया. उधर, धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों ने एसडीएम को इस संबंध में शपथपत्र भी सौंपे है. जिलाधिकारी ने इसकी पुष्टि भी की.
अख्तर अली से धर्म सिंह बने परिवार के सदस्य ने बताया कि मैंने अपना धर्म इसलिए बदला क्योंकि पुलिस उनके मामले की जांच सही तरीके से नहीं कर रही थी. इतना ही नहीं मुस्लिम समुदाय भी उनके समर्थन में खड़ा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि मोदी जी के भारत में मुस्लिमों के साथ सही व्यवहार नहीं होता है और मुझे न्याय चाहिए.
इस बारे में पूछने पर जिलाधिकारी बागपत ऋषिरेंद्र कुमार ने बताया कि बड़ौत तहसील में कुछ लोगों ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन के शपथ पत्र दिए हैं. हत्या के एक मामले की विवेचना से पीड़ित लोग संतुष्ट नहीं थे. पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर प्रकरण दिखवाया जा रहा है. युवा हिंदू वाहिनी (भारत) के प्रदेश अध्यक्ष शौकेंद्र खोखर ने मंगलवार को बताया कि छपरौली थाने के बदरखा निवासी अख्तर पिछले छह-सात माह से बागपत कोतवाली क्षेत्र के निवाड़ा गांव के खुब्बीपुरा मोहल्ला में रह रहे हैं. अख्तर का आरोप है कि कई माह पहले उसके बेटे गुलहसन की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव फांसी पर लटका दिया गया था. बार-बार गुहार के बावजूद पुलिस ने भी इसे विवेचना में आत्महत्या मान लिया. बागपत कोतवाली पुलिस से उन्हें न्याय नहीं मिला.
सोमवार को अख्तर परिवार के साथ तहसील पहुंचा और एसडीएम को शपथ पत्र दिया. शपथ पत्र में उसने कहा है कि उसके परिवार के सभी स्वेच्छा से हिंदू धर्म स्वीकार कर रहे हैं. उन्होंने अपने नाम भी बदल लिए हैं. युवा हिंदू वाहिनी (भारत) के खोखर के अनुसार, मंगलवार सुबह बदरखा गांव में हवन और हनुमान चालीसा का पाठ हुआ. इसमें विधि-विधान के साथ मुस्लिम परिवार के 13 लोंगो ने हिंदू धर्म स्वीकार किया. इनमें अख्तर अली, नफीसा, जाकिर, दिलशाद, नौशाद और इरशाद और अन्य परिवार के लोग शामिल है. वहीं पुलिस अधीक्षक बागपत शैलेष कुमार पांडे ने कहा कि कुछ मुस्लिमों के धर्म परिवर्तन किये जाने की जानकारी मिली है. वह इस मामले की जांच करा रहे हैं.