लखनऊ: महिंद्रा म्यूचुअल फंड ने नई, ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम ‘महिंद्रा रूरल भारत एंड कंसम्प्शन योजना‘ लाॅन्च की है। यह योजना लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि की उम्मीद के साथ ग्रामीण भारत में आय और उच्च विकास का लाभ उठाने के लिए इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए है।

महिंद्रा म्यूचुअल फंड के सीएमओ श्री जतिन्दर पाल सिंह ने कहा, ‘‘यह योजना ग्रामीण संस्थाओं में संरचनात्मक बदलाव और विकास से लाभ उठाने वाली संस्थाओं और व्यवसायों में निवेश करके पूंजी अधिमूल्यन उत्पन्न करने का प्रयास करेगी। इसमें कई ऐसे क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा, जिनके ग्रामीण भारत की आय और उपभोग में सुधार के कारण लगातार लाभान्वित होने की संभावना है। मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड, फसल बीमा, उच्च एमएसपी, ई-मंडी और कृषि आय के दोगुनी करने के प्रयास जैसे विभिन्न संरचनात्मक सुधार पहलों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आय में तेजी से बढ़ोतरी नजर आने लगी है।‘‘

एनएफओ (न्यू फंड आॅफर) 19 अक्टूबर 2018 को खुलेगा और 2 नवंबर 2018 को बंद होगा। यह योजना आगामी निरंतर बिक्री और पुनर्खरीद के लिए अलाॅटमेंट की तारीख के 5 दिनों के भीतर फिर से खुलेगी।

महिंद्रा म्यूचुअल फंड के एमडी और सीईओ आशुतोष विश्नोई ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि सकारात्मक जनसांख्यिकीय लाभांश और ग्रामीण भारत से उपभोग पैटर्न में सुधार से देश के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में अच्छा योगदान दिया जाएगा। ‘महिंद्रा रूरल भारत एंड कंसम्प्शन योजना‘ निवेशकों को मजबूत और प्रसिद्ध कंपनियों के अच्छी तरह से विविध इक्विटी पोर्टफोलियो में निवेश करके ग्रामीण भारत की विकास की कहानी में भाग लेने का अवसर प्रदान करती है। हमारा मानना है कि यह योजना एक आकर्षक दीर्घकालिक निवेश अवसर प्रदान करती है, इसलिए ऐसे निवेशक जो अपने निवेश से उच्च स्तर के पूंजी अधिमूल्यन की उम्मीद करते हैं, उनके लिए यह योजना उपयुक्त है और ऐसे निवेशकों को ‘महिंद्रा रूरल भारत एंड कंसम्प्शन योजना‘ में भाग लेने पर विचार करना चाहिए।‘

योजना के तहत ग्रामीण भारत के संपर्क में आने वाली इकाइयों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में कम से कम 80 प्रतिशत राशि निवेश की जाएगी और ग्रामीण भारत के संपर्क के अलावा अन्य संस्थाओं के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े उपकरणों में 20 प्रतिशत तक का निवेश करेगी। यह योजना ऋण और मनी मार्केट सिक्योरिटीज में 20 प्रतिशत तक और आरईआईटी और आईएनवीआईटी इनवेंट द्वारा जारी यूनिट्स में 10 प्रतिशत तक निवेश करेगी।