नई दिल्ली: राफेल मामले में भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने बुधवार को सरकार द्वारा अपने ऊपर 'राजनीतिक विद्वेष से पीछे पड़ने' का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा जब भी फंसती है तो उनका नाम लेती है. वाड्रा ने कहा, 'शुरुआत में मुझे हैरानी होती थी, लेकिन अब यह पूरा तमाशा बन गया है कि भाजपा जब भी फंसती है तो मेरा नाम उछालने लगती है. चाहे वह रुपये में गिरावट हो, चाहे पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतें हों या फिर हाल ही में राफेल पर देश को बेचने को लेकर उनके बेनकाब होने का मामला हो. हर बार उन्होंने मेरा नाम लिया.' उन्होंने कहा, 'उनके पास सारी एजेंसियां हैं. मौजूदा सरकार और भाजपा से बेहतर कोई नहीं जानता कि वे पिछले चार साल से राजनीतिक विद्वेष से मेरे पीछे पड़ी है.'

वाड्रा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'झूठ के पुलिंदे की आड़ में छिपने की बजाय उनको '56 इंच छाती' के साथ साहस दिखाना चाहिए और देश को राफेल के बारे में सच बताना चाहिए. लोग एक ही बात सुन-सुन कर तंग आ चुके हैं.' उन्होंने कहा कि बीजेपी और मौजूदा सरकार पिछले चार साल से मेरे खिलाफ निराधार राजनीति करने में जुटे हुए हैं.

गौरतलब है कि भाजपा ने आरोप लगाया था कि संप्रग सरकार रॉबर्ट वाड्रा के मित्र संजय भंडारी की कंपनी को बिचौलिए के तौर पर इस्‍तेमाल करना चाहती थी और जब यह नहीं हो सका तो कांग्रेस इस सौदे को खत्‍म करा कर बदला लेना चाहती है. बीजेपी ने दावा किया था कि कांग्रेस प्रमुख इस सौदे को खत्म कराकर अपने जीजा रॉबर्ट वाड्रा से संबंधित एक फर्म की मदद करना चाहते हैं. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र शेखावत ने दो दिन पहले गांधी परिवार पर आरोप लगाया था कि संप्रग सरकार ने वाड्रा से जुड़ी एक निजी कंपनी को बिचौलिये के रूप में नहीं चुने जाने के बाद इस सौदे पर विराम लगा दिया था.