पाकिस्तान से सस्ता सीमेंट आयात किए जाने से घरेलू सीमेंट उत्पादक परेशान
नई दिल्ली: पाकिस्तान से सस्ता सीमेंट आयात किए जाने से घरेलू सीमेंट उत्पादक परेशान हैं. पंजाब और केरल के सीमेंट उत्पादकों का कहना है कि मांग में नरमी रहने और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की ऊंची दर के कारण सीमेंट उद्योग पहले से ही खस्ताहाल है और अब पाकिस्तान से सस्ता आयात होने से घरेलू उद्योग की कमर टूट रही है.
पाकिस्तान से सीमेंट आयात पर 2007 से ही कोई सीमा शुल्क नहीं लगता है, जिससे सीमावर्ती राज्यों में पाकिस्तानी सीमेंट घरेलू उत्पाद के मुकाबले अधिक सस्ता हो गया है. सीमेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र चोकसी ने आईएएनएस को बताया, "पाकिस्तान से आयातित सीमेंट भारतीय उत्पाद के मुकाबले 10 से 15 फीसदी सस्ता है."विदेश व्यापार महानिदेशालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान भारत ने 16.82 लाख टन पोर्टलैंड सीमेंट का आयात किया.
उद्योग के सूत्र बताते हैं कि कुल आयात का करीब 76 फीसदी यानी 12.72 लाख टन सीमेंट पाकिस्तान से आया.कारोबारियों ने बताया कि पंजाब में पोर्टलैंड सीमेंट की एक बोरी (50 किलोग्राम) की कीमत 280-300 रुपये है, जबकि पाकिस्तान से आयातित सीमेंट यहां 240-250 रुपये प्रति बोरी मिल रहा है.उद्योग सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों और समुद्र तटीय राज्य केरल में पाकिस्तान से आयातित सीमेंट के कारण घरेलू उद्योग पर असर पड़ा है.दरअसल, केरल में करांची से समुद्री मार्ग से सीमेंट का आयात होता है। हालांकि देश के अन्य हिस्सों में इसका कोई ज्यादा असर नहीं है. चौकसी ने कहा, "बड़ी चिंता की बात यह है कि भारत में खपत से ज्यादा आपूर्ति है. हम अपनी उत्पादन क्षमता का महज 65 फीसदी ही उपयोग कर पाते हैं. बाकी 35 फीसदी का उपयोग नहीं हो पा रहा है."
सीमेंट पर जीएसटी की दर 28 फीसदी है. उद्योग को उम्मीद है कि जीएसटी परिषद की आगामी बैठक में सरकार इसमें कुछ कटौती कर सकती है.चौकसी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि 28-29 सितंबर को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक में सीमेंट पर जीएसटी की दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करने पर विचार किया जाएगा."