राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल है मोदी सरकार
राफेल डील पर ओलांद के खुलासे के बाद अब अरविंद केजरीवाल का हमला
नई दिल्ली: राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद मोदी सरकार बैकफुट पर आ गई है. कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हमलावर हो चुकी है और एक के बाद एक हमला बोल रही हैं. राहुल गांधी के हमले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल ने भी मोदी सरकार से सच सामने लाए जाने की मांग की. बता दें कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को मांग की कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान के आलोक में भाजपा नीत केंद्र सरकार को राफेल सौदे पर पाक साफ होकर सामने आना चाहिए. अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘राफेल सौदे पर अहम तथ्यों को छिपाकर क्या मोदी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल रही है? मोदी सरकार अब तक जो कहती आ रही है, पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति का बयान बिल्कुल उसके उलट है.’
उन्होंने कहा, ‘क्या देश को और धोखा दिया जा सकता है.’ केजरीवाल की प्रतिक्रिया तब आयी है जब एक फ्रांसीसी मीडिया ने खबर दी है कि ओलांद ने कथित रूप से कहा कि भारत सरकार ने ही 58000 करोड़ रुपये के राफेल जेट लड़ाकू सौदे में दसाल्ट के साझेदार के तौर रिलायंस डिफेंस के नाम का प्रस्ताव रखा था और फ्रांस के पास विकल्प नहीं था.
अरविंद केजरीवाल ने एक और ट्वीट किया- प्रधानमंत्री जी सच बोलिए. देश सच जानना चाहता है. पूरा सच. रोज़ भारत सरकार के बयान झूठे साबित हो रहे हैं. लोगों को अब यक़ीन होने लगा है कि कुछ बहुत ही बड़ी गड़बड़ हुई है, वरना भारत सरकार रोज़ एक के बाद एक झूठ क्यों बोलेगी?
इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'पीएम ने बंद दरवाज़ों के पीछे खुद राफेल सौदे की बातचीत की और उसमें बदलाव किए. फ्रांस्वा ओलांद को धन्यवाद, अब हम जान गए हैं कि उन्होंने निजी दिलचस्पी लेकर अरबों रुपये का सौदा दिवालिया अनिल अंबानी के लिए के लिए किया. प्रधानमंत्री ने देश को धोखा दिया. उन्होंने हमारे सैनिकों के खून का अपमान किया है.'