तेलंगाना की मतदाता सूची में 70 लाख नाम गलत
कांग्रेस ने कहा, पारदर्शी तरीके से तैयार हो मतदाता सूची वर्ना अदालत का विकल्प खुला है
नई दिल्ली: कांग्रेस ने तेलंगाना की मतदाता सूची में गडबड़ी का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि दस सितंबर को जारी ड्राफ्ट मतदाता सूची में 70 लाख नाम गलत हैं। पार्टी की मांग है कि पारदर्शी तरीके से मतदाता सूची तैयार की जाए। ऐसे में मतदाता सूची तैयार होने तक विधानसभा चुनाव न कराए जाए। पार्टी ने इसके लिए अदालत का विकल्प भी खुला रखा है।
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस ने ड्राफ्ट मतदाता सूची की जांच की है। इस सूची में 48 लाख मतादाता ऐसे है, जिनके नाम दो या अधिक बार शामिल किए गए हैं। उनके नाम, उम्र और फोटो सब एक ही व्यक्ति के हैं। करीब 19 लाख मामलों में पिता और पति का नाम भी एक ही है। कई मतदाता के नाम तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों की सूची में हैं। सिंघवी ने कहा कि चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट मतदाता सूची में सुधार और दावों के लिए सिर्फ चार सप्ताह का वक्त दिया है जबकि यह प्रक्रिया चार से पांच माह की होती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इसी लिए मुख्यमंत्री और तेलंगाान राष्ट्र समिति प्रमुख के चंद्रशेखर ने वक्त से पहले विधानसभा भंग कर चुनाव कराने का फैसला किया है।
उन्होनें कहा कि वह इस मामले में चुनाव आयोग में अपना पक्ष रख चुकी है। यदि जरूरत पड़ी तो पार्टी इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटाने से भी परहेज नहीं करेगी। पार्टी ने पारदर्शी तरीके से मतदाता सूची तैयार होने तक विधानसभा चुनाव नहीं कराने की मांग की है। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ड्राफ्ट मतदाता सूची में 21 हजार मतदाताओं की उम्र सौ से अधिक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने 14 सितंबर को तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर अपनी आपत्ति दर्ज करा दी है। ऐसे में हमारी मांग है कि चुनाव आयोग मतदाता सूची ठीक होने तक विधानसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान नहीं करे।