भागवत के ‘कुत्ते-शेर’ वाले बयान पर विपक्षी दल हमलावर
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने हजारों सालों से हिंदुओं के प्रताड़ित रहने पर अफसोस जाहिर करते हुए हिंदुओं से एक होने की अपील की और कहा कि ‘यदि कोई शेर अकेला होता है, तो जंगली कुत्ते भी उस पर हमला कर अपना शिकार बना सकते हैं.’ भागवत के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि RSS दूसरों की प्रतिष्ठा कम कर रहा है. उन्होंने कहा, 'RSS अन्य लोगों को कुत्ता और खुद को शेर बताते हुए, उनकी प्रतिष्ठा कम कर रहा है. RSS की इस भाषा को लोग खारिज कर देंगे.'
भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व हिंदू कांग्रेस में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान की निंदा की है. आंबेडकर ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में भागवत के इस बयान की निंदा की और दावा किया कि ‘कुत्ते’ का संदर्भ देश की विपक्षी पार्टियों के लिए है.
उन्होंने कहा, ‘मैं मोहन भागवत की इस मानसिकता की निंदा करता हूं, जिसमें उन्होंने देश की विपक्षी पार्टियों का जिक्र कुत्ते के रूप में किया है.’ आंबेडकर ने कहा कि पार्टियां सत्ता में आईं और गईं लेकिन यह मानसिकता सत्तापक्ष की यह सोच दिखाती है कि विपक्ष उनसे लड़ नहीं सकता. आंबेडकर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि उन्हें सत्ता में दोबारा लाने से पहले लोगों को पुन: सोचना चाहिए.’
कांग्रेस और नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी ने भी भागवत के बयान पर विरोध दर्ज कराया. एनसीपी ने RSS को 'हिन्दू विरोधी' बताया. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, 'RSS और बीजेपी हिन्दू विरोधी हैं और वह सिर्फ जाति आधारित राजनीति करना जानते हैं.' कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, ' RSS की विचारधारा एन्टी हिन्दू है. यह दूसरी जाति और धर्म लोगों से घृणा करते हैं. यह शर्मिन्दगी की बात है कि RSS प्रमुख ने ऐसी टिप्पणी की.'
हालांकि बीजेपी नेता राम माधव ने भागवत के बयान का बचाव करते हुए कहा कि RSS प्रमुख ने हमेशा हिन्दू समुदाय और देश के भले के लिए बात की है.