नई दिल्ली: तेलंगाना में विधानसभा भंग हो गया है. तेलंगाना में चुनाव कराने के मुद्दे पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि पहले हम जांचेंगे कि तेलंगाना चुनाव शेष चार राज्यों के साथ करवाए जा सकते हैं या नहीं, किसी भी अटकल की कोई कीमत नहीं. मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा है कि पहले चुनाव आयोग तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से चुनाव तैयारियों का जायजा लेगा और इसके बाद तय करेगा कि चुनाव कब करवाए जाएं. बाद में चुनाव आयोग दौरा करेगा.

तेलंगाना चुनाव पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि कहा कि पहले चुनाव आयोग तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से तैयारियों का जायजा लेगा उसके बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि कब चुनाव कराए जाएं. उसके बाद फिर एक ऑफिशियल ऑडिट होगी. इसके बाद आयोग का दौरा होगा. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि चुनाव पैनल स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराने के लिए कानूनी ढांचे का पालन करता है.

दरअसल, राज्य के मंत्रिमंडल ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया और चुनाव होने तक के चंद्रशेखर राव को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की बात कही थी, जिसे केसी राव ने स्वीकार कर लिया था. गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल जून 2019 तक था.