नई दिल्ली : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने गुरुवार को विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी. इसके साथ ही राज्य में समय पूर्व चुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया. विधानसभा भंग करते ही चंद्रशेखर राव ने सबसे पहला निशाना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर साधा. उन्होंने राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा मसखरा बताया. विधानसभा भंग करने के बाद केसीआर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा, पूरे देश ने देखा कि किस तरह राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाया और फिर आंख मारी.

जब केसीआर से पूछा गया कि राहुल गांधी तेलंगाना में उन्हें कितनी टक्कर देंगे, तो वह बोले ये हमारे लिए और अच्छा होगा, वह जितना यहां आएंगे, हमारी जीत उतनी ही पक्की होगी. उन्होंने कहा, राहुल गांधी दिल्ली सल्तनत को तेलंगाना में भी लागू करना चाहते थे. इसलिए हमने अपने लोगों से अपील की है. हमें दिल्ली सल्तनत और कांग्रेस का मजदूर नहीं बनना था. तेलंगाना का निर्णय तेलंगाना में ही होना चाहिए.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना में कांग्रेस और टीडीपी के बीच गठबंधन हो सकता है. जो केसीआर की पार्टी टीआरएस को चुनौती देगा. टीआरएस और भाजपा के बीच गठबंधन की खबरों को भी के चंद्रशेखर राव ने नकार दिया. उन्होंने कहा, हम 100 फीसदी सेक्युलर पार्टी हैं, ऐसे में हम उनके साथ गठबंधन कैसे कर सकते हैं. हालांकि 2009 के लोकसभा चुनाव में केसीआर की पार्टी एनडीए का हिस्सा रह चुकी है. उस समय चुनाव से पहले एनडीए की बड़ी रैली में उन्होंने शिरकत की थी.

केसीआर ने कहा, हम तेलंगाना में अकेले चुनाव लड़ेंगे. ओवैसी की पार्टी के साथ गठबंधन पर केसीआर ने उन्हें अपना अच्छा मित्र बताया.