चुनाव से पहले वाराणसी को क्योटो बनाने के लिए 25 मंत्री डालेंगे डेरा
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जापान के क्योटो शहर जैसा बनाने की कवायद में अब तेजी आएगी. इसकी जिम्मेदारी पीएम मोदी के करीब 25 मंत्रियों को सौंपी गई है. ये सभी मंत्री अगले तीन महीने के लिए वाराणसी में ही डेरा डाले रहेंगे.
दरअसल पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र को क्योटो शहर जैसा बनाने का वादा किया था और अब लोकसभा चुनाव को महज कुछ ही समय बचा है. ऐसे में सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है. सरकार का पूरा जोर है कि वाराणसी 2014 और वाराणसी 2019 में अंतर साफ दिखे. अब इसको गति देने के लिए कवायद भी तेज हो गई है.
PM के संसदीय क्षेत्र में अगले तीन महीनों में लगभग 25 केंद्रीय मंत्री डेरा डालने की तैयारी कर रहे हैं. हर मंत्री अपने विभाग से संबंधित 5 हजार से दस हजार की संख्या में प्रोफेशनल लोगों का सम्मेलन करेंगे. मंत्री खुद जानकारी देंगे कि उनके विभाग के कौन-कौन से काम वाराणसी में हुए हैं. यही नहीं सम्मेलन में शामिल लोगों के सुझाव पर अमल भी किया जाएगा.
ये मंत्री यह भी बताएंगे कि उनके मंत्रालय की योजनाओं का सीधा फायदा कैसे लिया जा सकता है. साथ ही यह मंत्री मंत्रालय से संबंधित समस्याओं का समाधान भी देंगे. इसी के मद्देनजर पिछले एक सितंबर को कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने वाराणसी में 5000 किसानों का सम्मेलन किया. इसी तरह से अगले हफ्ते मनोज सिन्हा वाराणसी और उसके साथ लगी अन्य लोकसभा क्षेत्रों के रेलवे कुलियों से मुलाकात करेंगे.
इसके बाद आने वाले सप्ताह में वकीलों के साथ कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, चार्टर अकाउंटेंट के साथ वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ला, ई रिक्शा चालकों के साथ सड़क और परिवहन राज्य मंत्री मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले डॉक्टरों के साथ स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और अनंत कुमार, ग्राम प्रधानों के साथ ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, व्यापारियों के साथ शिव प्रताप शुक्ला, महिलाओं के लिए काम करने वाली संस्थाओं के साथ मेनका गांधी और बुनकरों व साड़ी बनाने वाले कारीगरों के साथ स्मृति ईरानी मुलाकात करेंगी.