पात्रा के आरोप पर दिग्विजय की चुनौती, मुझे गिरफ्तार कीजिये
नई दिल्ली: बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने हालिया छापों में बरामद कागजातों के आधार पर आरोप लगाया है कि दो नक्सलियों के बीच हुए पत्राचार में यह बात साफ तौर पर लिखी है कि कांग्रेस का एक बड़ा नेता उन्हें मदद करने को उत्सुक हैं। पात्रा ने कहा कि दोनों नक्सलियों के बीच यह पत्र संवाद पिछले साल 25 सितंबर, 2017 को हुआ था। उस पत्र में एक जगह लिखा है कि कांग्रेस के नेता इस गतिविधि को समर्थन देने के लिए बहुत उत्सुक हैं। वे लोग इसके लिए फंड उपलब्ध कराने को भी तैयार हैं। पात्रा ने दावा किया है कि चिट्ठी में फंड के लिए एक नक्सली ने दूसरे नक्सली को कांग्रेस नेता का फोन नंबर देते हुए उनसे संपर्क करने को कहा है। बतौर पात्रा वह नंबर दिग्विजय सिंह का है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने इसका खंडन नहीं किया है कि वह नंबर उनका नहीं है।
इधर, दिग्विजय सिंह ने केंद्र की बीजेपी सरकार को चुनौती दी है कि अगर ऐसा है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सिंह ने बातचीत में कहा, “पहले देशद्रोही, अब नक्सली। इसलिए यहीं से मुझे गिरफ्तार कराइए।” बता दें कि भीमा कोरेगांव हिंसा के सिलसिले में पुणे पुलिस ने पिछले दिनों देशभर में छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया था। उनमें से कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अपने-अपने घरों में नजरबंद हैं। पुलिस को इन लोगों के पास से नक्सली साहित्य के अलावा कुछ संदिग्ध कागजात मिले थे जिससे नक्सलियों के तार राजनेताओं से जुड़े होने का अंदेशा जताया गया था।
मामले में गिरफ्तार रोना विल्सन के लैपटॉप में भी एक बड़े नक्सली नेता की ईमेल मिली थी। इस मेल में दलित आंदोलन की आड़ में देश में अस्थिरता फैलाने में कांग्रेस का साथ मिलने की कथित बात की गई है। संबित पात्रा ने जिस चिट्ठी का हवाला दिया है उसे कॉमरेड प्रकाश ने कॉमरेड सुरेंद्र को लिखी है। पात्रा का आरोप है कि नक्सलियों को समर्थन देने और धन मुहैया कराने में यूपीए सरकार द्वारा बनाई गई नेशनल अडवायजरी काउंसिल (एनएसी) का हाथ है, जिसकी मुखिया सोनिया गांधी हुआ करती थीं।