नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले साल इलाहाबाद में होने वाले कुंभ मेले की तैयारियों में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती है. इस सिलसिले में सरकार ने आदेश दिया है कि 15 दिसंबर से 15 मार्च तक कानपुर में सभी टेनरी या चमड़ा फैक्टरी को बंद रखा जाए. कुंभ मेले के दौरान गंगा के पानी को साफ बनाए रखने के लिए ये फैसला किया गया है.

नमामि गंगे और नेशनल मिशन ऑफ क्लीन गंगा के तहत केंद्र सरकार ने तय किया है कि गंगा को 2022 तक पूरी तरह प्रदूषण मुक्त किया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार की एक विज्ञप्ति के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि कन्नौज और कानपुर में चमड़ा उद्योग को चरणबद्ध तरीके से बंद रखा जाए और ये सुनिश्चित किया जाए कि वो नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अनुरूप ही काम करें. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में गंगा पर प्रदूषित और गंगा पानी न जाने पाए. उम्मीद है कि इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुंभ में करीब 12 करोड़ लोग आएंगे.

टेनरी मालिकों का कहना है कि कानपुर का चमड़ा उद्योग पहले ही संकट के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में इस आदेश ने उसकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. दिसंबर से मार्च के बीच 3 महीने तक टेनरी के बंद होने से उद्योग का घाटा और बढ़ जाएगा और बड़ी संख्या में लोगों पर बेरोजगार होने का खतरा होगा. उनका ये भी कहना है कि तीन महीने तक लगातार टेनरी बंद रहने से वो समय पर एक्सपोर्ट आर्डर पूरा नहीं कर पाएंगे. इस समय कानपुर के जाजमऊ में करीब 250 छोटी बड़ी टेनरी काम कर रही हैं.

योगी आदित्यनाथ इस साल स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में कहा था कि उनकी सरकार 2019 में शानदार और भव्य प्रयाग कुंभ का आयोजन करने के लिए प्रतिबद्ध है.आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया भर से कुंभ में लाखों लोगों के भाग लेने की संभावना के मद्देनजर सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहा है और तीर्थयात्रियों को 'गंगा का शुद्ध पानी' उपलब्ध कराने के लिए व्यापक व्यवस्था की जा रही है.