लखनऊ। जकार्ता में चल रहे 18वें एशियन गेम्स में एथलेटिक्स में उत्तर प्रदेश की सुधा सिंह ने महिला 3,000 मीटर स्टीपल चेज में रजत पदक अपने नाम कर लिया। सुधा ने नौ मिनट 40.03 सेंकेंड में दूरी तय करते हुए यह सफलता हासिल की। यह यह भारत का दिन का तीसरा पदक और दूसरा रजत है.

सुधा सिंह के रजत पदक जीतने पर आज जकार्ता स्थित एशियन गेम्स विलेज में एशियन गेम्स में भारतीय दल के चीफ डी मिशन श्री बृजभूषण शरण सिंह (भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष), एशियन गेम्स में आईओए के प्रतिनिधि श्री आनन्देश्वर पाण्डेय (कोषाध्यक्ष, भारतीय ओलंपिक संघ) और डा.आरपी सिंह (खेल निदेशक, यूपी) ने मुलाकात कर बधाई देते हुए निकट भविष्य में भी अन्य इंटरनेशनल टूर्नामेंट में पदक जीतने के लिए शुभकामनाएं दी। श्री आनन्देश्वर पाण्डेय ने उम्मीद जताई कि रायबरेली की बेटी सुधा सिंह आगामी चैंपियनशिप में अपना प्रदर्शन और बेहतर करेगी। मुझे पूरी उम्मीद है कि टोक्यो ओलंपिक-2020 में भी सुधा सिंह देश का परचम लहराएगी।

एथलेटिक्स में सोमवार को खेेले जा रहे मुकाबलों में सुधा सिंह ने महिला 3000 मी.स्टीपल चेज में नौ मिनट 40.03 सेंकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता। एशियन गेम्स-2010 की स्वर्ण पदक विजेता सुधा सिंह एक समय स्वर्ण पदक की होड़ में थी लेकिन वह बहरीन की विनफ्रेड यावी ने उन्हें पछाड़ते हुए नौ मिनट 36.52 सेकेंड का समय निकालते हुए स्वर्ण पदक जीता। इस स्पर्धा में कांस्य पदक वियतनाम की थि ओन्ह गुयेन ने नौ मिनट 43.83 सेकेंड का समय निकालते हुए जीता। वहीं भारत की एक और धावक चिंता 10 मिनट 26.21 सेकेंड के समय के साथ 11वें स्थान पर रही।