नई दिल्‍ली : महाराष्‍ट्र में बीते दिनों जिस सनातन संस्‍था के लोग हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़े गए वे महाराष्‍ट्र के मुंबई, पुणे, सतारा, सोलापुर और सांग्‍ली को विस्‍फोट से दहलाने की साजिश रच रहे थे. महाराष्‍ट्र ATS ने नया डोजियर तैयार किया है, जिसमें ऐसी आशंका जताई गई है. एटीएस का कहना है कि दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्‍था के सदस्‍य राज्‍य में त्‍योहारों से पहले कई जगह विस्‍फोट की साजिश रच रहे थे. पहले एटीएस ने केंद्र सरकार के पास इस दक्षिणपंथी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्‍ताव भेजा था. लेकिन पकड़े गए लोगों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है, जिसके बाद ही एटीएस को नया डोजियर तैयार करने पर मजबूर होना पड़ा. डोजियर के मुताबिक कई दक्षिणपंथी संगठन आपस में मिलकर विस्‍फोट की प्‍लानिंग रच रहे हैं. डोजियर का मकसद आरोपी लोगों और संस्‍था के बीच लिंक स्‍थापित हो सके.

एटीएस ने शनिवार को इस मामले में 5वीं गिरफ्तारी की. अब अविनाश पवार नाम के शख्‍स को पकड़ा गया है. वह मुंबई के घाटकोपर का रहने वाला है. 30 वर्षीय अविनाश श्री शिवप्रतिष्‍ठान हिन्‍दुस्‍तान से जुड़ा है. इससे पहले वैभव राउत, सुधानव गोंधालेकर, शरद कालास्‍कर और पूर्व शिवसेना कॉरपोरेटर श्रीकांत पंगारकर को गिरफ्तार किया गया था. एक अधिकारी ने इंडियन एक्‍सप्रेस को बताया कि गोंधालेकर से पूछताछ में पवार का नाम सामने आया है, क्‍योंकि दोनों एक ही संस्‍था से जुड़े हैं. पवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने जांच में सहयोग से इनकार किया था. पवार के परिवार ने कहा कि वह शिवभक्‍त है न कि टेरेरिस्‍ट.

एटीएस अधिकारी ने कहा कि इस गिरफ्तारी से संस्‍था के खिलाफ केस मजबूत होगा. हालांकि गोवा स्थित संगठन और 5 आरोपियों में सीधा संपर्क स्‍थापित नहीं हो पा रहा. लेकिन सोशल मीडिया प्रोफाइल, ईमेल, कॉल डाटा रिकॉर्ड, बैंक खातों और अन्‍य संबंधित दस्‍तावेजों से लिंक स्‍थापित हो जाएगा. एटीएस ने इन लोगों को अनलॉफुल एक्टिविटी (प्रिवेंशन) एक्‍ट (UAPA) में बुक किया है. महाराष्‍ट्र सरकार ने 2011 और 2015 में दो प्रस्‍ताव भेजे थे, जिसमें सनातन संस्‍था पर प्रतिबंध की सिफारिश हुई थी. राज्‍य सरकार की सिफारिश पर केंद्र इस दक्षिणपंथी संगठन को बैन कर सकता है लेकिन तभी जब यह साबित हो जाए कि वह आतंकवादी गतिविधियों में लिप्‍त है और राज्‍य के खिलाफ लड़ाई को बढ़ावा दे रहा है, जैसा कानून में कहा गया है.

एटीएस ने इस मामले में कम से कम 16 लोगों से पूछताछ की है. एटीएस अधिकारी ने कहा कि एटीएस ने राउत के घर से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की थी. पुणे में गोंधालेकर द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर छापेमारी की गई. उन्होंने कहा कि छापेमारी में मैगजीन के साथ 11 देसी तमंचे, एक एयरगन, पिस्तौल की दस नली, छह पिस्तौल मैगजीन, आंशिक रूप से बनी छह पिस्तौल, आंशिक रूप से बनी तीन मैगजीन और हथियार के कई भाग जब्त किए गए.

इसके अलावा, बम बनाने की सामग्री, वाहनों की छह नंबर प्लेट, सीडी, पेन ड्राइव, हार्डडिस्क और हैंडबुक और बम बनाने से जुड़े अन्य साहित्य भी बरामद किए गए. जांचकर्ताओं को संदेह है कि जब्त सामग्री का इस्तेमाल आईईडी बनाने के लिए किया जाना था.