नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने आज राजधानी लखनऊ में रक्षाबंधन बनाया. लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में यूपी के क्षेत्र संघचालक सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे. पहले ध्वज को राखी बांधी गयी. उसके बाद सभी ने रक्षाबंधन का पर्व मनाया. एक दूसरे को राखियां बांधी गयी और समाज में सामंजस्य बना रहे इसके लिए संकल्प लिया गया.

इस मौके पर पूर्वी उत्तर प्रदेश के आरएसएस के क्षेत्र संघचालक पराक्रमादित्य ने कहा कि प्रय़ाग कुंभ से पहले संघ पांच वैचारिक कुंभ का आयोजन करेगा. इन्हीं में से एक व़ृंदावन में नारी सुरक्षा के विषय पर वैचारिक कुंभ होगा, वहीं अयोध्या में सामाजिक समरसता बनाए रखने के विषय़ पर आयोजन होगा.

पराक्रमादित्य ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ये चाहता है कि समाज के अंदर किसी प्रकार का भेदभाव न रहे. समाज में जातिगत, आर्थिक और समााजिक दृष्टि से किसी का उत्पीड़न न हो. शरीर के अवयव की तरह देश के सारे समाज के अवयव एक दूसरे के साथ मिलकर रहें. रक्षाबंधन सामजिक सौहार्द का उत्सव है, इसलिए आरएसएस इसे छह में से एक उत्सव के रूप में मनाता है.
उन्होंने कहा कि इस साल इसका विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि सामाजिक समरसता का वैचारिक कुंभ और नारी शक्ति विकास कुंंभ का भी आयोजन होने वाला है.

उन्होंने कहा​ कि इलाहाबाद कुंभ के पहले वृंदावन में नारी शक्ति जागरण का वैचारिक कुंभ होने वाला है. इसमें देश भर से विद्वान आएंगे और नारी शक्ति की चु​नौतियों और विकास में बाधाओं पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि पहले कुंभ पर ऐसा होता था.

वहीं सामाजिक समरसता में आ रही दिक्कतों से निपटने के लिए अयोध्या में एक आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि इलाहाबाद कुंभ से पहले इस प्रकार के 5 कुंंभ आयोजित होंगे. ये सभी उत्तर प्रदेश में ही आयोजित होंगे. इन वैचारिक कुंभ में कार्यशालाएं चलाकर समाज की विभिन्न समस्याओं का हल निकाला जाएगा, जिन्हें इसके बाद देश में प्रचारित किया जाएगा.