नई दिल्ली: ‘पेट्रोल पंप का संचालन करने वाले डीलर्स से सरकारी तेल कंपनियों ने कहा है कि वे 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो अपने पेट्रोलपंप पर लगाएं।’ ये दावा डीलर्स के हवाले से शुक्रवार (24 अगस्त) को ‘द हिन्दू’ में प्रकाशित खबर में किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय पेट्रोलियम डीलर्स के संगठन के अध्यक्ष एसएस गोगी ने कहा कि हमें कहा जा रहा है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर अपने पेट्रोल पंप पर लगाएं। जिन लोगों ने इस बात से इंकार किया है, उन्हें तेल की आपूर्ति बंद करने की धमकी दी जा रही है।”

उन्होंने दावा किया कि पेट्रोलियम विभाग की तरफ से सुझाए गए डिस्पले में सरकार की तरफ से गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध करवाने वाली योजना भी शामिल है। डीलर्स का आरोप है कि उन पर ये दबाव इंडियन आॅयल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तरफ से बनाया जा रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, गोगी ने ये भी कहा कि, उनका संगठन कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है। उनका आरोप है कि सरकार ने पूरे देश के पेट्रोल पंप पर काम करने वाले 10 लाख कर्मचारियों की निजी जानकारियां भी उनसे मांगी हैं। इन जानकारियों में उनकी जाति, धर्म और वह किस लोकसभा क्षेत्र भी शामिल है। गोगी ने कहा,”सरकार के द्वारा ऐसी जानकारी इकट्ठा किया जाना निजता का हनन है। हम इसके खिलाफ कोर्ट में जाएंगे।”

वहीं पिछले हफ्ते की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जून में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन आॅयल कॉर्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम ने पूरे देश के 59,000 पेट्रोलियम डीलर्स को पत्र लिखा था कि वह अपने कर्मचारियों की जानकारियां उन्हें भेजें ताकि प्रधानमंत्री स्किल डेवेलपमेंट योजना के तहत प्राथमिक शिक्षण योजना में उनकी पहचान की जा सके। डीलरों ने दावा किया कि सरकार के द्वारा नियंत्रित तेल कंपनियां उन पर जानकारियां देने का दबाव बना रही हैं। जानकारी न देने की स्थिति में उन्हें पंप के लिए तेल आपूर्ति रोकने की धमकी दी जा रही है।