मरने के बाद मुलायम को सम्मान मिलने की आशा
लखनऊ: समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव का बहुत दिनों बाद शनिवार को दर्द छलक आया। उन्होंने कहा कि मेरा आज कोई सम्मान नहीं करता है, मरने के बाद शायद करे। मुलायम ने यह बात पुराने समाजवादी व सहयोगी भगवती सिंह के कैसरबाग स्थित गांधी प्रेक्षागृह में हुए जन्म दिवस समारोह में कही। उन्होंने कहा कि लोहिया की तारीफ अब संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। लोहिया जी ने तो बरसों पहले कहा था कि लोग जिंदा रहते सम्मान नहीं करते लेकिन मरने के बाद याद करते हैं सम्मान करते हैं।
मुलायम ने कहा कि भगवती सिंह ने डॉ. लोहिया, चन्द्रशेखर और राजनारायण जैसी शख्सियत के साथ बैठकर राजनीति सीखी। समाजवादी पार्टी को मजबूत करने में पूरा जीवन समर्पित कर दिया। यही नहीं, कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा संघर्ष के दिनों में साथ रहे। इसका कोई जोड़ नहीं है।
शनिवार को कैसरबाग स्थित गांधी प्रेक्षागृह में समाजवादी चिंतक, राजनीतिज्ञ और पूर्व सांसद व मंत्री भगवती सिंह का 86वां जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के सांसद, विधायक व पूर्व विधायक शामिल हुए। नेताजी मुलायम सिंह यादव ने कहा कि भगवती सिंह पार्टी की संस्थापक सदस्यों में रहे हैं। यह बिना किसी लालच के पार्टी को मजबूत करने में जुटे रहे। कई लोग पार्टी में थे चले गए जब मन हुआ तो फिर पार्टी में आ गए लेकिन भगवती सिंह ने कभी पार्टी नहीं छोड़ी और न ही कोई शिकायत की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को डॉ. लोहिया और भगवती सिंह के बारे में जानना चाहिए कि संघर्ष करके इन्होंने देश को क्या दिया। हमारी शुभकामना है कि वह सौ वर्ष जिएं और हमारा इनका साथ हमेशा बना रहे।
भगवती सिंह को उनके 86 जन्मदिन पर 85 किलो बूंदी के लड्डू से बने केक को नेताजी मुलायम सिंह और भगवती सिंह ने मिलकर काटा और एक दूसरे का मुंह भी मीठा कराया। इस मौके पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने भी शुभकामनाएं दीं। इसके पहले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भगवती सिंह के निवास पर जाकर जन्मदिन की बधाई दी। वहीं पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें गुलदस्ता और शुभकामनाएं भेजकर बधाई दी। वहीं रविदास मेहरोत्रा, शारदा प्रताप शुक्ला, आरके चौधरी, सुशीला सरोज, राजेन्द्र यादव, गोमती यादव, श्याम किशोर यादव और मोहनलालगंज के विधायक अम्बरीश पुष्कर, अजय सिंह समेत अन्य लोग शामिल रहे।