ऐसा सम्मान मिले तो मैं आज मर जाऊं: आज़म
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पूरे देश भर में अस्थि कलश यात्रा निकाली जा रही है. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजेपयी की अस्थियों को देश की सभी नदियों में विसर्जित करने का काम हो रहा है. अटल बिहारी वाजपेयी की कलश यात्रा को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने कहा कि अगर उन्हें किसी तरह पता चल जाए कि उनके मरने के बाद भी अटल बिहारी वाजपेयी की तरह ही इतना ज्यादा सम्मान मिलेगा, तो वह आज ही मरना पसंद करेंगे. हालांकि, बताया जा रहा है कि उन्होंने यह बात तंज के लहजे में कही है.
आजम खान ने अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा पर कहा कि अगर मुझे किसी तरह यह पता चल जाए कि मेरे मरने के बाद इतना ज्यादा सम्मान मिलेगा तो मैं आज ही मरना पंसद करूंगा. बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी और पूर्व पीएम की अस्थियों को देश के सभी नदियों में विसर्जित करने का कार्यक्रम किया है.
अटल बिहारी वाजपेयी के संदेशों और विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी देश के विभिन्न इलाकों में अस्थि कलश यात्रा निकाल रही है, ताकि लोगों को उन्हें श्रद्धांजलि देने का भी मौका मिले और अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों को जान सकें. हालांकि, कई जगहों पर अस्थि कलश यात्रा और श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की असंवेदनशीलता भी सामने आई है, जिसमें रमन सिंह सरकार के दो मंत्री भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हंसी-ठिठोली करते नजर आए थे.
उत्तर प्रदेश के बस्ती में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि कलश को विसर्जित करने के दौरान बड़ा हादसा होते-होते बचा. दरअसल, अमहट पुल पर कुआनो नदी में वाजपेयी का अस्थि विसर्जन करते वक्त नाव का संतुलन बिगड़ जाने से सांसद, विधायक, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित कई लोग नदी में गिर पड़े. बताया जा रहा है कि बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, सांसद हरीश द्विवेदी, कई विधायक, पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार समेत अन्य लोग नाव पर सवार थे. नाव की क्षमता इतने लोगों को ले जाने की नहीं थी. इसी वजह से नाव का संतुलन बिगड़ गया. बस्ती के पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार ने बताया कि ''अस्थि कलश को विसर्जित करने के लिये सांसद, विधायक सहित सभी अधिकारी एक बड़ी नाव में सवार थे कि अचानक नाव का संतुलन बिगड.