लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्रित्व में भाजपा सरकार का पिछला 17 महीने का कार्यकाल खेती-किसानी का स्वर्णिम काल कहा जा सकता है। इससे पहले सपा और बसपा की विपक्षी सरकारों में कृषि और किसान भयंकर उपेक्षा और सरकारी भ्रष्टाचार का गवाह रहा वहीं प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से किसानोन्मुख नीतियों ने विकास का एक नया वातावरण तैयार किया है।

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सत्ता संभालते ही भाजपा सरकार ने पहली कैबिनेट में ही कर्ज माफी का निर्णय लेकर किसानों और खेती के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर दी थी। उसके बाद से लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की आय दोगुनी करने के साथ कृषि के क्षेत्र में यूपी को विश्व में नई पहचान दिलाने के लिए पूरे संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। यही वजह है कि गेहूं, गन्ना, आलू और दुग्ध के उत्पादन में यूपी पूरे देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरा है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने न केवल कृषि उत्पादों की रिकार्ड खरीद की है बल्कि किसानों को समय से भुगतान भी सुनिश्चित कराया है। प्रदेश सरकार की इन नीतियों ने यूपी में कृषि क्रांति की भूमिका बना दी है। अब वह समय दूर नहीं जब कृषि के क्षेत्र में यूपी न केवल देश बल्कि विश्व का अगुआ बनकर सामने आएगा। इसी दिशा में एक नया प्रयास लखनऊ में अक्टूबर में कृषि कुंभ के रूप में होगा।

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम में देश भर के प्रमुख कृषि वैज्ञानिकों के साथ औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि किसानों को खेती की उन्नत तकनीकी की जानकारी देंगे। इससे किसान दक्ष बनेंगे और वह कृषि के क्षेत्र में आ रही चुनौतियों का सामना आसानी से कर सकेंगे। किसानों की उन्नति से ही यूपी में विकास की गति और तेज होगी और यही “वाइब्रेंट यूपी” की संकल्पना भी है।