राजस्थान के चुनावी रण में ‘हाफ पेज प्रमुख’ की रणनीति अपनाएगी भाजपा
नई दिल्ली: राजस्थान में अगले विधानसभा चुनावों में सत्ता विरोधी लहर और लोगों के कांग्रेस के प्रति झुकाव को खत्म करने के लिए बीजेपी ने बूथ मैनेजमेंट पर ध्यान देने का फैसला किया है. ये किसी भी चुनाव में बीजेपी की सबसे बड़ा हथियार रहा है. ऐसे में चुनाव के दौरान प्रचार को और असरदार बनाने के लिए बीजेपी ने 'पेज प्रमुख' बनाने का फैसला किया है. इसी के तहत राजस्थान में बीजेपी ने 'हाफ पेज प्रमुख' नियुक्त किया है.
'पेज प्रमुख' की रणनीति के बारे में गुजरात के बीजेपी नेता ने बताया, "हर निर्वाचन क्षेत्र में कई बूथ हैं और हर मतदान केंद्र पर ढेर सारे वोटर लिस्ट होती हैं. ये वोटर लिस्ट कई पन्नों की होती है और हर पन्ने पर 20 से 30 मतदाता के नाम होते हैं. ऐसे में हमारा आइडिया ये है कि वोटर लिस्ट के हर पेज की जिम्मेदारी किसी एक शख्स को दे दी जाए. और इसे बीजेपी का 'पेज प्रमुख' कहा गया है.''
बीजेपी के एक और नेता ने कहा कि 'पेज प्रमुख' की ज़िम्मेदारी ये सुनिश्चित करना है कि वे अपने पेज पर हर एक मतदाता के संपर्क में रहे और चुनाव से पहले वो पार्टी के संदेश को उन तक पहुंचाए. उन्होंने कहा, ''वोटिंग के दिन पेज प्रमुख ये सुनिश्चित करेगा कि उनके पेज पर जितने भी लोगों के नाम हैं उन्हें मतदान केंद्र पर पहुंचने में कोई परेशानी न हो. ये एक बड़ा काम है और इसे मैनेज करना आसान नहीं होगा, लेकिन ये एक मास्टरस्ट्रोक है और हम इसे लागू कर सकते हैं.''
राजस्थान में इस रणनीति को लागू करने के लिए बीजेपी ने थोड़ा बदलाव किया है. राजस्थान के एक बीजेपी नेता ने कहा, "पार्टी ने हर पन्ने के लिए दो प्रमुख बनाने का फैसला किया है. दरअसल हर पन्ने पर आगे और पीछे दोनों तरफ वोटर के नाम होते हैं , इसलिए हम दोनों तरफ के लिए एक प्रमुख नियुक्त करेंगे. इस रणनीति का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तर पूर्व में किया गया था. इसके नतीजे आपके सामने हैं."
इस नेता ने कहा, "इसका इस्तेमाल उन क्षेत्रों के लिए खास तौर पर उपयोगी होगा जहां एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर होने की संभावनाएं ज़्यादा हैं.'' राजस्थान की बीजेपी यूनिट ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के 4.3 करोड़ लाभार्थियों की भी पहचान की है, जिनके पास वो 'हाफ पेज प्रमुख' के जरिए पहुंचना चाहते हैं.