इमरान के शपथ ग्रहण में PoK के राष्ट्रपति के साथ बैठे दिखे सिद्धू, बढ़ा विवाद
नई दिल्ली: इमरान खान ने पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली. इस मौके पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है. क्रिकेटर से नेता बने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान के शपथ समारोह में पाकिस्तान पहुंचे कांग्रेस नेता एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को जिस जगह पर बैठाया गया, उस पर विवाद हो गया है. दरअसल, इमरान खान के शपथ ग्रहण की जो तस्वीरें मीडिया में सामने आई हैं, उसमें नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के चीफ मसूद खान के बगल वाली सीट पर बैठे नजर आ रहे हैं.
तस्वीर में दिख रहा है कि इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठाया गया है. अब इसे लेकर विवाद हो रहा है कि आखिर पाकिस्तान सरकार ने नवजोत सिंह सिद्धू को मसूद खान के साथ वाली सीट पर बैठाया, या खुद नवजोत सिंह सिद्धू बैठ गये. हालांकि, अभी तक इस पर किसी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
सिद्धू को पीओके के प्रमुख मसूद खान के साथ बैठाए जाने को लेकर विवाद इसलिए भी बढ़ना तय है क्योंकि पीओके शुरू से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तकरार की वजह रही है. पाकिस्तान शुरू से ही पीओके पर अपना दावा करता रहा है. कश्मीर को लेकर भारत पाकिस्तान के बीच काफी समय से तनाव का माहौल है. यही वजह है कि सिद्धू की सीट को लेकर विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है .
इससे पहले जब सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे, तो उनकी मुलाकात पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से हुई. उस वक्त सिद्धू और बाजवा दोनों एक दूसरे से गले मिले. दोनों एक दूसरे से हाथ मिलाया और कुछ देर तक दोनों के बीच बातें भी हुई.
बता दें कि आज इमरान खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, क्रिकेटर से कमांटेटर बने रमीज राजा, पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम सहित अन्य कई विशिष्ट अतिथि समारोह में उपस्थित थे.ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले पश्तून खान ने कल अपने एकमात्र प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शाहबाज शरीफ को नेशनल एसेम्बली में हुए एकतरफा चुनाव में हरा कर प्रधानमंत्री पद के लिए जीत हासिल की.