वाजपेयी ने बहुत पहले ही पहचान कर ली थी भारत-अमरीकी संबंधों की महत्ता: माइक पोम्पिओ
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि वाजपेयी ने बहुत पहले ही पहचान कर ली थी कि भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में आर्थिक समृद्धि और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। दोनों लोकतंत्र आज भी उनकी इस दूर-दृष्टि से लाभान्वित हो रहे हैं।
भारत के करिश्माई नेता, प्रेरक वक्ता और बेहद मजबूत प्रधानमंत्री रहे वाजपेयी का 93 वर्ष की आयु में गुरुवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वह 11 जून से ही विभिन्न बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती थे। पोम्पिओ ने गुरुवार को एक बयान में कहा, ''पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर अमेरिका के लोगों की ओर से मैं भारत की जनता के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करता हूं।''
उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक आर्थिक शक्ति बनाने में वाजपेयी के योगदानों की दिशा में भारतीय आगे बढ़ेंगे। पोम्पिओ ने कहा, ''उन्होंने देश के विकास के लिए अथक प्रयास किये और प्रत्येक भारतीय के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता दिखायी।
अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने 2000 में वाजपेयी द्वारा अमेरिकी संसद के संबोधन को याद किया। इस संबोधन में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत-अमेरिका के बीच संबंध प्राकृतिक हैं। पोम्पिओ ने कहा, "वाजपेयी ने बहुत पहले ही पहचान लिया था कि साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर अमेरिका और भारत एक ऐसी साझेदारी विकसित कर सकते हैं जो दुनिया और क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि तथा सुरक्षा में योगदान देगी। आज हमारे दोनों देश और हमारा द्विपक्षीय संबंध अभी भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की दूर-दृष्टि से लाभान्वित हो रहे हैं। उनके दृष्टिकोण ने ही संबंधों को विस्तार दिया।"