लखनऊ: बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी हित से ऊपर उठकर समाज व देशहित में काम किया। इसीलिए उनके बारे में यह कहा जाता था कि वे सही सोच वाले नेता थे, लेकिन हमेशा गलत पार्टी में रहे।मायावती ने कहा कि अटल जी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। देश के सांसद, केंद्रीय मंत्री और फिर प्रधानमंत्री के रूप में उनके अमूल्य योगदान को लोग लगातार याद करते रहे हैं और आगे भी याद करते रहेंगे। कवि मन वाले अटल जी के सार्वजनिक जीवन में किए गए योगदान को हमेशा ही याद किया जाता रहेगा।

उन्होंने कहा कि वे देश के एक ऐसे नेता थे जो भारतीय जनसंघ व बाद में इसके नए अवतार भाजपा में रहने के बावजूद व्यापक स्तर पर सम्मान की दृष्टि से देखे गए। उनके कार्यकाल खासकर पड़ोसी देश पाकिस्तान व कश्मीर संबंधी नीतियों को लोगों ने लगातार याद किया। लोगों का यह मानना है कि अगर वे स्वस्थ्य रहते तो भाजपा शायद कभी भी इतनी जनविरोधी, संकीर्ण, संकुचित, अहंकारी व विद्वेषपूर्ण नीति वाली पार्टी नहीं हो सकती थी, जितनी की आज हर तरफ नजर आती है। इसलिए उन्हें व उनके कार्यकाल को लोग और भी ज्यादा याद करते रहे। कुदरत से प्रार्थना है कि वह उनके अनुयाइयों को निधन के दुख को सहन करने की शक्ति दे।