प्रदेश की बेटियां दरिंदो के हवाले: डॉ. रमेश दीक्षित
लखनऊ: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-राकापा ने बिहार के मुजफ्फरपुर की तरह देवरिया जिला मुख्यालय स्थित नारी संरक्षण गृह से भी जिस्म फरोशी का धंधा चलाने का मामला पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इससे शर्मनाक करार दिया और कहा कि प्रदेश में “ बेटी पढाओ, बेटी बचाओ “ अभियाल चलाने वाली भाजपा शासित राज्यों में बेटियों और महिलाओं पर हिंसा , बलात्कार जैसे मामलो में बढ़ोतरी हुयी है ।
राकापा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने इस घटना शर्मनाक करार देते हुए कहा कि प्रदेश में बहू-बेटियों की इज्जत खतरे में है । डॉ. दीक्षित ने इस घिनौने कांड पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि इस घिनौना काण्ड यह साबित करता है कि बीजेपी शासित राज्यों में सबसे ज्यादा आराजकता है व महिलाओं और बेटियां सबसे ज्यादा आसुरक्षित है व दुर्दशा के हाल में है । यह उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश के लिए चिंता का विषय है ।
राकापा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि कानून की व्यवस्था इससे ज्यादा कभी भी बुरी नहीं रही । डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि नारी संरक्षण गृह को लेकर लगातार पिछले दिनों शिकायतें आ रही थी लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया , योगी सरकार मंदिर मस्जिद , गाय , गौरक्षा , एंटी रोमियो स्क्वाड जैसे अभियानों में लगी रही और धार्मिक ध्रुवीकरण करने में जुटी हुयी है । उन्होंने कहा कि योगी के नेतृत्व में प्रदेश में जंगल राज्य कायम है , सरकारी मशीनरी उदासीन है । रमेश दीक्षित ने कहा कि इस प्रकार की जघन्य घटनाओं से यह साबित होता है कि बीजेपी शासित राज्यों में थोड़ा नहीं बल्कि पूरा जंगलराज है तथा कानून.व्यवस्था की तरह ही महिला सुरक्षा व सम्मान भी बीजेपी के लिए कोई प्राथमिकता का विषय नहीं ।
डॉ. रमेश दीक्षित ने देवरिया नारी संरक्षण गृह में दुष्कर्म का धन्धा चलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त और त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग की है । उन्होंने आरोप लगाया कि बिना सरकार के के संरक्षण के ऐसा घिनौने कांड को अंजाम नहीं दिया जा सकता । उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी सख्त कार्यवाही करनी चाहिए कि फिर कभी कोई ऐसा दुसाहस न कर सके । डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि अब तक के जितने भी मामले प्रकाश में आये है वहां भाजपा की सरकार पीड़ितों के बजाये आरोपियों के साथ खड़ी होती दिखती है और मामले की लीपापोती में लग जाती है।
हाल की लिंचिंग की घटनाओ से यही साबित होता है कि योगी निजाम में सरकार और उनकी मशीनरी आरोपियों के ही साथ खड़ी होती दिखती है । जिसके चलते अपराधियों और मनबढ़ लोगो के हौंसले बढे है और वो खुद को कानून के ऊपर मानने लगे है जिसके चलते आम जनता त्रस्त है और प्रदेश में जंगल राज्य कायम हो चूका है ।