शिवराज सरकार ने दिग्विजय सिंह को किया वीआईपी लिस्ट से बाहर
भोपाल: मध्य प्रदेश के चुनावी समर के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. ताजा जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की VIP लिस्ट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. जानकारी के मुताबिक राज्य सुरक्षा समिति की अनुशंसा पर नयी VIP लिस्ट तैयार की गई है. आपको बता दें कि यह नई वीआईपी लिस्ट गृह मंत्रालय द्वारा तैयार की गई है. इसके साथ ही राज्य में VIP कैटेगरी की सुरक्षा ड्यूटी में भी कुछ बदलाव किया गया है.
मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की जगह अब VIP नंबर 4 के तौर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का नाम शामिल किया गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक वीआईपी लिस्ट के पहले पायदान पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का नाम है. वीआईपी लिस्ट में दूसरे नंबर पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और तीसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम है. यहां आपको यह भी बता दें कि बाबूलाल गौर पिछली लिस्ट में भी सूबे के वीआईपी नंबर 2 थे.
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों की तैयारी तेजी से चल रही है. दोनों ही दल अपना जनसमर्थन बढ़ाने की कवायद में लगे हुए हैं. पिछले कुछ दिनों से दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह चौहान के बीच चल रहे शब्दबाण और तेज हो गए हैं. अभी हाल ही में दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कुछ ट्वीट भी किए थे. जिसमें उन्होंने कहा था कि- अगर शिवराजजी मैंने मप्र के गांवों के शिक्षा कर्मी बना कर पाप किया तो क्या आपने मप्र के बाहर से आयातित युवकों को व्यापमं द्वारा पैसा ले कर भर्ती कर पुण्य का काम किया? गौरतलब है कि अपनी जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान शिवराज सिंह ने दिग्विजय सरकार पर शिक्षकों को शिक्षाकर्मी और गुरुजी बनाए जाने पर सवाल उठाए थे और कहा था कि दिग्विजय ने ऐसे करके सबसे बड़ा पाप किया है. लेकिन हमने उसे धो दिया है.
इससे कुछ दिन पहले दिग्विजय सिंह भोपाल में अपनी गिरफ्तारी देने भी पहुंच गए थे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा था, "अगर मैं देशद्रोही हूं तो मुझे गिरफ्तार करो". ऐसा उन्होंने इसलिए किया था क्योंकि सतना में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा था कि दिग्विजय सिंह की हरकतें देशद्रोही के समान हैं.