मुंबई : कहीं आप भी राइस पु‍लर क्‍वाइन या डिवाइस (Rice puller Coin) से ठगी का शिकार तो नहीं हुए हैं. दरअसल, कुछ लोग चावल के दाने अपनी ओर खींचने वाली धातु का बाकायदा बाजार बनाकर घोटाला कर रहे हैं. आरबीआई ने चेतावनी जारी की कि लोग ‘चावल के दाने को आकर्षित करने वाली धातु का बाजार बनाकर किए जा रहे घोटाले’ के झांसे में ना आएं. लोग इस धातु में जादुई शक्ति होने की बात करके लोगों को फंसा रहे हैं और उनसे इसमें निवेश करने को कह रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा है कि भारत में लोगों ने इसे कीमती धातु समझकर 70-70 लाख रुपए तक निवेश किया है. रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि कुछ लोग धातु से बने सिक्‍के भी बेच रहे हैं.

आरबीआई ने कहा कि उसके ध्यान में लाया गया है कि कुछ संदिग्ध लोग इसका बाजार बनाकर लोगों को ठग रहे हैं. उनका दावा है कि यह धातु चावल के दानों को अपनी ओर आकर्षित करती है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि इससे जुड़े लोग कथित तौर पर इसे सरकारी परिपत्र या रिजर्व बैंक या केंद्र सरकार की अधिसूचनाएं बताकर कोष एकत्रित कर रहे हैं. यह निराधार है और लोगों को इससे सावधान रहना चाहिए. अगर ऐसी धातु का नाम लेकर कोई आपसे संपर्क करता है तो इसकी सूचना तुरंत रिजर्व बैंक या पुलिस को दें.

बेंगलुरु में एक 64 वर्षीय बुजुर्ग को हाल में राइस पुलिंग मशीन के नाम पर ठग लिया गया. उन्‍हें बताया गया कि इससे उनके घर में संपन्‍नता आएगी. 5-6 ठगों के गैंग की बातों में वे आ गए और 50 लाख रुपए दे बैठे. पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग रामगौड़ा को ठगों ने बताया कि इस डिवाइस की कीमत अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में एक करोड़ रुपए है लेकिन वह उसे सस्‍ते में दे देंगे. वह इसी झांसे में आ गए और ठग लिए गए. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

दिल्‍ली में क्राइम ब्रांच ने मई में एक बाप-बेटे को ठगी के आरोप में पकड़ा था. उन्‍होंने एक कारोबारी को इस बात का झांसा दिया कि यह राइस पुलर डिवाइस बेशकीमती है. इसे नासा जैसी अमेरिकी एजेंसी खरीदती हैं. ये ठग इस डिवाइस के अलावा जादूई आइने, दो सिर वाले सांप, नागमणि आदि बेचने के जरिए भी लोगों को ठग रहे थे. राइस पुलर डिवाइस के बारे में उन्‍होंने कहा था कि इसमें कॉपर इरिडियम मेटल है. यह किसी भी चीज को आकर्षित कर सकता है.