तेलंगाना: बच्चियों को हार्मोन्स इंजेक्शन देकर बनाया जा रहा था जवान
नई दिल्ली: तेलंगाना के यदाद्री भोंगिर जिले में 11 नाबालिग लड़कियों को वेश्यालय से मुक्त कराया गया है। पुलिस ने यहां के यादागिरिगुट्टा इलाके से जिन 11 लड़कियों को देह व्यापार का रैकेट चलाने वाले तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है उनमें 5 साल की लड़कियां भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन लड़कियों को शारीरिक तौर पर समय से पहले बड़ा करने के लिए सेक्स हार्मोन्स के इंजेक्शन दिए जा रहे थे ताकि उन्हें जल्द से जल्द जिस्मफरोशी के दलदल में धकेला जा सके।
रचाकोंडा पुलिस कमिश्नर महेश भागवत ने बताया कि कस्बे के गणेश नगर में मारी गई पुलिस रेड में दोम्मारी समुदाय के आठ तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
भागवत ने बताया कि एक स्थानीय नागरिक ने ही उन्हें इस संबंध में सूचना दी थी। उस व्यक्ति ने एक लड़की के रोने की आवाजें सुनी थीं। इसके बाद यादागिरिगुट्टा पुलिस ने एसएचई टीम, स्पेशल ऑपरेशन टीम, एकीकृत बाल विकास योजना के अधिकारियों के साथ मिलकर कामसनी कल्याणी के घर पर छापेमारी की। इसमें दो लड़कियों को बरामद किया गया। इनमें से एक कल्याणी की बेटी थी। दूसरी लड़की तस्करों द्वारा लाया गया था।
इसके बाद पुलिस ने कल्याणी की निशानदेही पर अन्य पांच और घरों में छापेमारी की और सात-सात साल की चार लड़कियों समेत 11 लड़कियों को छुड़ाया।
पुलिस ने बताया कि इन नाबालिग लड़कियों को समय से पहले सैक्सुअल मैच्योरिटी हासिल कराने के लिए एक डॉक्टर भी रखा गया था जिसका नाम स्वामी था। ये डॉक्टर इन लड़कियों को सेक्सुअल हार्मोन इंजेक्शन देता था ताकि वह सब समय से पहले शारीरिक संबंध बनाने योग्य परिपक्वता हासिल कर लें। डॉक्टर स्वामी एक इंजेक्शन के लिए तस्कारों से 25 हजार रुपये वसूलता था।
बात न मानने पर इन लड़कियों को शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता था। कभी कभी खाना भी नहीं दिया जाता था।