हैदराबाद: तेलंगाना से बीजेपी के विधायक टी राजा सिंह लोध ने कहा कि अगर अवैध बांग्लादेशी प्रवासी और रोहिंग्या समुदाय के लोग ‘शराफत’ से अपने देश नहीं लौटते हैं तो उन्हें गोली मार देनी चाहिए. असम में असली भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में तैयार किए गए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के अंतिम मसौदे में 40 लाख से अधिक लोगों के नाम नहीं होने के संदर्भ में उन्होंने यह बात कही.

हैदराबाद के गोशामहल के विधायक ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर एक वीडियो संदेश पोस्ट करते हुए कहा, 'अगर ये लोग, अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या शराफत से नहीं लौटते हैं तो उन्हें उनकी भाषा में समझाने की जरूरत है. उन्हें गोली मार देनी चाहिए तभी भारतीय सुरक्षित रह सकेंगे.' उन्होंने कहा कि इस तरह के अवैध प्रवासियों को कुछ अन्य देशों में भी ‘गोली मार दी गई और बाहर खदेड़ा गया.

राज सिंह ने कहा कि 1971 के युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों ने असम में घुसपैठ की, जहां 40 लाख लोग अब भी अवैध तरीके से रह रहे हैं. विधायक ने कहा कि बांग्लादेश के अवैध प्रवासी ‘भारत को बर्बाद करने की साजिश’ के तहत देश में बसे. उन्होंने कहा कि उन्हें वापस बांग्लादेश भेजने की जिम्मेदारी सरकार की है.

लोध ने एक अन्य संदेश में कहा कि भारत की सुरक्षा के लिए देश में गैर-कानूनी तरीके से रह रहे सभी मुसलमानों को उनके देश वापस भेजा जाना चाहिए और अगर वे नहीं जाते हैं तो उन्हें बंदूक की नोक पर निकाला जाना चाहिए. भाजपा विधायक लोध अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने हाल ही में इफ्तार पार्टी का आयोजन करने वाले दलों को ‘वोट के भिखारी’ बताया था.