नई दिल्ली:दिल्ली से बीजेपी के सांसद ने केन्द्र सरकार के दलित मंत्रियों पर जोरदार हमला बोला है। देश के जाने-माने दलित चेहरे और उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद उदित राज ने कहा है कि केन्द्र सरकार के दलित मंत्री दलित समुदाय से संपर्क साधने में नाकामयाब रहे हैं। बीजेपी के दलित नेता ने केन्द्र के दलित मंत्री को परजीवी कहा है। उदित राज दलितों को दूसरे दलों के साथ जुड़ने का मौका देने के लिए पार्टी नेतृत्व से भी नाराज हैं। न्यूज वेबसाइट द प्रिंट के साथ एक बातचीत में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दलित मंत्री परजीवी हैं। बता दें कि मोदी सरकार के मुख्य दलित मंत्रियों में खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान और सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले हैं। उदित राज ने कहा है कि केन्द्र के दलित मंत्री समुदाय के प्रति अपना फर्ज भूल गये हैं इस वजह से दलित समुदाय बीजेपी से दूर जा रहा है।

उदित राज ने कहा कि पीएम कहते हैं कि सांसद जनता से संपर्क बढ़ाएं, लेकिन केन्द्र के मंत्रियों और दलित समुदाय के बीच खाई बढ़ती जा रही है, उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि बीजेपी को इस मामले को तवज्जो देनी चाहिए। उन्होंने कहा, “कई योजनाएं हैं जो बीजेपी ने लॉन्च की है…दलितों को इसके बारे में बताया जाना चाहिए, मंत्री जो अपने समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं, उन्हें अपनी जिम्मेदारी जाननी चाहिए…उन्हें जानना चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “दलित नेताओं को मंत्री और सांसद क्यों बनाया जाता है? क्या सिर्फ पद का लाभ लेने के लिए…उन्हें पद इसलिए दिया जाता है कि वे दलितों के बीच में जाएं उनका कल्याण करें और इससे पार्टी को भी लाभ हो, वो अपना काम क्यों नहीं कर रहे हैं? इन मंत्रियों से पूछा जाना चाहिए कि वे इस पद को क्यों संभाल रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि वे अपने समुदाय से जुड़ाव महसूस करते हैं।” उदित राज ने कहा, “वे नेता हैं क्योंकि पार्टी का प्रभाव है, आरएसएस और लोकल नेताओं का प्रभाव है, ये नेता परजीवी बनते हैं और इन्हें अपना परजीवी चरित्र छोड़ना चाहिए, पार्टी के नेताओं को इस पर ध्यान देना चाहिए।” उदित राज ने कहा कि वे ऐसा बयान देकर पार्टी का अनुशासन नहीं तोड़ रहे हैं।