Hockey WC: आयरलैंड के हाथों 0-1 से हारी भारतीय महिला टीम
लंदन: भारतीय महिला हॉकी टीम को ली वैली स्टेडियम में गुरुवार को खेले गए विश्व कप टूनार्मेंट के दूसरे मैच में आयरलैंड के हाथों 1-0 से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारत को छह पैनल्टी कॉर्नर हासिल हुए, लेकिन वह किसी भी अवसर को भुना पाने में असफल रही। इस हार का साफ मतलब यह है कि भारतीय टीम को 29 जुलाई को अमेरिका के खिलाफ पूल-बी में खेले जाने वाले अपने तीसरे और अंतिम मैच में जीत हासिल करनी होगी और आयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले मैच के परिणाम पर निर्भर भी रहना होगा।
आयरलैंड के खिलाफ जीत के लक्ष्य से मैदान पर उतरी भारतीय टीम को चौथे ही मिनट में पैनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन आयरलैंड के डिफेंस ने उसके इस अवसर पर पानी फेर दिया। भारतीय टीम की खिलाड़ियों की गलती के कारण 12वें मिनट में आयरलैंड को पैनल्टी कॉर्नर मिला, जिसमें ओना फ्लेनगन ने गोल कर अपनी टीम का खाता खोला। एक मिनट बाद ही भारतीय टीम को एक बार फिर पैनल्टी कॉर्नर मिला। लिलिमा मिंज ने कॉर्नर से गेंद पास की, लेकिन गुरजीत कौर इस पर गलत शॉट खेल बैठीं और गेंद किनारे से बाहर निकल गई। ऐसे में आयरलैंड ने पहले क्वार्टर में 1-0 से बढ़त बरकरार रखी।
दूसरे क्वार्टर फाइनल की शुरुआत के चौथे मिनट (19वें मिनट) में ही आयरलैंड को दूसरा पैनल्टी कॉर्नर मिला। लेकिन इस बार अनुभवी गोलकीपर सविता और डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का के प्रयास से प्रतिद्वंद्वी टीम गोल नहीं कर पाई। भारतीय टीम को 25वें मिनट में तीसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला। आयरलैंड की डिफेंडर ने इस कोशिश को भी नाकाम कर दिया। अगले ही मिनट में लिलिमा ने प्रतिद्वंद्वी टीम के गोल पोस्ट पर सीधा शॉट मारा, जिसे आयरलैंड की गोलकीपर ने शानदार तरीके से सेव करते हुए नाकाम कर दिया।
आयरलैंड के तेज खेल को संभालने में असफल नजर आ रही भारतीय महिला खिलाड़ियों को 39वें मिनट में इस मैच का चौथा पैनल्टी कॉर्नर हासिल हुआ। गुरजीत ने एक बार फिर कोशिश की, लेकिन आयरलैंड की गोलकीपर ने इसे नेट तक नहीं पहुंचने दिया। अपने किसी भी पैनल्टी कॉर्नर को भुनाने में असफल रही भारतीय टीम को मिला पांचवां पैनल्टी कॉर्नर भी जाया गया और इसके साथ भारतीय महिलाएं तीसरे क्वार्टर में भी खाली हाथ रहीं। चौथे क्वार्टर में भी भारतीय टीम को संघर्ष करते देखा गया और उसे वर्ल्ड नम्बर-16 के खिलाफ सफलता हासिल नहीं हुई। एक बार फिर 54वें मिनट में भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और एक बार फिर टीम असफल रही।